गर्मी की भीषण मार

देहरादून: उत्तराखंड में शुष्क मौसम में चटख धूप पसीने छुटा रही है। पारे में लगातार वृद्धि हो रही है। मैदानी क्षेत्रों में 36 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच गया है। जबकि, पहाड़ों में तपिश बढ़ गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में अगले कुछ दिन मौसम शुष्क रहने के साथ तापमान में और वृद्धि हो सकती है। पहाड़ों में आंशिक बादल छाये रहने का अनुमान है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में हल्की वर्षा के आसार हैं।

उत्तराखंड में बीते एक सप्ताह से चटख धूप खिल रही है। जिसके चलते सप्ताहभर में ज्यादातर क्षेत्रों के तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो गई है।

शुक्रवार को इस वर्ष अब तक का सर्वाधिक तापमान दर्ज किया गया। दून में अधिकतम तापमान 36.3 और पंतनगर में 37.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसके साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में भी तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है।

कहीं-कहीं गर्म हवाएं भी बेहाल करने लगी हैं। मैदानों में धूलभरी आंधी चलने की भी चेतावनी है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले कुछ दिन मैदानी क्षेत्रों में पारा सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिक बना रह सकता है।

पर्वतीय क्षेत्रों में आगामी 17 व 18 अप्रैल को कहीं-कहीं गर्जन के साथ बौछारें और ओलावृष्टि की चेतावनी है।शुष्क मौसम के बीच खिल रही चटख धूप और बढ़ते तापमान के चलते प्रदेश में आग की घटनाओं में इजाफा हो रहा है।

प्रदेश में 24 घंटे के भीतर सात नई घटनाएं दर्ज की गईं। जिनमें आग से करीब सात हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। इसी के साथ ही फायर सीजन में अब तक कुल 147 घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें 214 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।लगातार बढ़ रही गर्मी से वन विभाग की चुनौती बढ़ती जा रही है।

हालांकि, विभाग आग की रोकथाम को हर संभव प्रयास किए जाने का दावा कर रहा है। ग्रामीणों से भी आग पर काबू पाने के लिए सहयोग मांगा जा रहा है। साथ ही वन पंचायतों के फायर फाइटर सक्रिय रूप से जंगल की आग बुझाने में जुटे हैं। वन विभाग ने क्रू स्टेशन पर अतिरिक्त फायर वाचर तैनात कर दिए हैं और मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है।

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