इस्लामाबाद: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। टोलो न्यूज के ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना की ओर से पक्तिया प्रांत के आरियूब जाजी जिले और पक्तिका प्रांत के बर्मल जिले के अंगूर अड्डा इलाके में मोर्टार शेलिंग अब भी जारी है।
स्थानीय सूत्रों ने टोलो न्यूज को बताया है कि पाकिस्तानी फायरिंग का निशाना नागरिक घर और आवासीय क्षेत्र बने हुए हैं। पाकिस्तानी सेना आम लोगों को निशाना बनाकर हमले कर रही है। जबकि अफगान रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि उसने अपने “सफल जवाबी अभियानों” को शनिवार रात 12 बजे रोक दिया था, लेकिन अगर पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग होती रहती है तो वो फिर से जवाबी कार्रवाई करेगी।
दूसरी तरफ नांगरहार सूचना एवं संस्कृति विभाग के सूचना प्रमुख कुरैशी बदलून ने टोलोन्यूज को बताया है कि पाकिस्तान ने आज (रविवार) तोरखम क्रॉसिंग को यात्रियों, यातायात और शरणार्थियों के लिए बंद कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि इस्लामिक अमीरात की सेना द्वारा पाकिस्तानी सैनिकों के खिलाफ की गई जवाबी कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने सीमा बंद कर दी है। इस समय, तोर्खम क्रॉसिंग के दोनों तरफ सैकड़ों यात्री, दर्जनों मालवाहक ट्रक और मरीज फंसे हुए हैं और गंभीर कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
हुर्रियत रेडियो इंग्लिश ने कल रात को अफगानिस्तान की तरफ से शुरू किए गये हमले में कम से कम 15 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की रिपोर्ट दी है। इसने दावा किया है कि कल रात हेलमंद प्रांत में एक जवाबी कार्रवाई में पंद्रह पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। नवभारत टाइम्स दावों की पुष्टि नहीं करता है।
हालांकि हेलमंद प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता मौलवी मोहम्मद कासिम रियाज ने मीडिया को बताया है कि “कल रात प्रांत के बहरामचा जिले में डूरंड रेखा के पास अफगान बलों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में 15 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं।” रियाज ने ये भी दावा किया है कि अफग़ान बलों ने पाकिस्तानी सेना की तीन सुरक्षा चौकियों पर भी कब्जा कर कर रखा है। उन्होंने आगे कहा कि इस कार्रवाई के दौरान अफगान बलों ने कई हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किए हैं।
उन्होंने कहा कि अफगान बलों ने काबुल और पक्तिका प्रांतों में पाकिस्तान द्वारा हाल ही में किए गए बम विस्फोटों के जवाब में देश के हेलमंद, कंधार, जाबुल, पक्तिका, पक्तिया, खोस्त, नंगरहार और कुनार प्रांतों से पाकिस्तानी चौकियों पर हमला किया। यह हमला रात 12 बजे खत्म हो गया। इससे पहले इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि पाकिस्तान द्वारा अफगान हवाई क्षेत्र में बार-बार घुसपैठ और हमलों के जवाब में अफगान बलों ने “सफल प्रतिकारात्मक अभियान” चलाया।
मंत्रालय ने पजवाक अफगान न्यूज एजेंसी को बताया कि ये कार्रवाई ड्यूरंड लाइन के किनारे स्थित पाकिस्तानी सुरक्षा ठिकानों पर केंद्रित थी और आधी रात तक चली। बयान में कहा गया कि यदि पाकिस्तान ने दोबारा अफगान हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया, तो “इस्लामिक अमीरात की सशस्त्र सेना तैयार है और सख्त जवाब देगी।”
आपको बता दें कि दो दिन पहले काबुल में हुए हवाई हमले के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव तेज़ी से बढ़ा है, जिसे अफगान तालिबान ने “अफगान संप्रभुता पर हमला” बताया था। अफगानिस्तान का कहना है कि वह युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर पाकिस्तान ने उसकी सीमाओं का उल्लंघन किया, तो “हर बार सख्त जवाब मिलेगा।” सीमा पर यह संघर्ष दक्षिण एशिया की क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक बड़ी चिंता बन गया है।