नई दिल्ली। पश्चिमी देशों में तूफानी चक्रवात मेलिसा का कहर बढ़ता दिखाई दे रहा है। इस चक्रवाती तूफान से कैरेबियाई देश विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन की आशंका से जूझ रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार कम से कम पांच अलग-अलग देशों में इस तूफान के चलते नीचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है।
कैरेबियन आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार हैती, डोमेनिकन रिपब्लिक, क्यूबा और बहामास में राहत शिविर खोजे जा रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने ये चेतावनी दी है कि ‘तूफानी चक्रवात मेलिसा’ जमैका के इतिहास का सबसे शक्तिशाली तूफान बन सकता है।
नीचले इलाकों में जलस्तर 8 फीट या उससे ऊपर पहुंचने की उम्मीद है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार दक्षिण-पश्चिम हैती और जमैका के कुछ हिस्सों में तेजी से बढ़ रहे तूफान ने काफी तबाही मचाई है। एजेंसी के अनुसार इन इलाकों में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
जमैका के मौसम विभाग के निदेशक इवान थॉम्पसन ने बताया कि सोमवार को मेलिसा के जमैका में पहुंचने की उम्मीद है वहीं मंगलवार को तूफान के पूरे देश में पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने कहा, “इसकी दिशा में थोड़ा बदलाव आया है, जिससे यह अनुमान से थोड़ा पश्चिम की ओर खिसक रहा है।
हमने पहले कहा था कि यह क्लेरेंडन के तट पर टकराएगा या जमीन पर आएगा, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि यह मैनचेस्टर की ओर ज़्यादा बढ़ गया है।” मौसम विज्ञानियों ने कहा कि इस शक्तिशाली तूफान के चलते 35 इंच तक बारिश का अनुमान है। थॉम्पसन ने कहा, “हमें उम्मीद है कि इसके चलते द्वीपीय देश पर भारी बारिश होगी।”
क्यूबा में, अधिकारी बंद नालियों और उड़ते मलबे को रोकने के लिए सड़कों की सफाई और पेड़ों की छंटाई कर कर रहे थे। सड़कों पर से ट्रैफ़िक लाइटें उतारी जा रहीं थी क्योंकि तटीय इलाकों को खाली करने का आदेश दिया गया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार छह प्रांत तूफ़ान की निगरानी में हैं। अब तक लगभग 4 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका था, जबकि कुछ अन्य दक्षिणी प्रांत रेड अलर्ट पर थे।

