हिमवीरों ने बनाया रिकॉर्ड, 75 चोटियों पर फहराया तिरंगा

नई दिल्ली :भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर भारत सरकार के कार्यक्रम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ की श्रंखला में देशभर में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों कड़ी में आईटीबीपी द्वारा 15 अगस्त को ‘अमृतारोहण’ अभियान का आयोजन किया गया। आजादी के 75 वर्ष के आलोक में आईटीबीपी ने अपनी 75 सीमा चौकियों के नजदीक 75 चोटियों को चिह्नित किया है। बल ने सुबह 7 बजे इन सभी चोटियों पर एक साथ आरोहण किया है।

इनमें 33 चोटियां लद्दाख में, 16 चोटियां उत्तराखंड में, 11 चोटियां सिक्किम में, 10 चोटियां हिमाचल प्रदेश में और 5 चोटियां अरुणाचल प्रदेश में स्थित हैं। आईटीबीपी हिमवीरों ने यहां पर एक साथ आरोहण कर तिरंगा फहराने का अनूठा रिकॉर्ड बना दिया है। इनमें सबसे ऊंची चोटी 18,800 फीट पर सिक्किम में स्थित है। पर्वतारोहण के क्षेत्र में आईटीबीपी का विशेष कीर्तिमान है।

आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर आईटीबीपी द्वारा भारत-चीन सीमा पर एक 75 दिवसीय रिले लॉन्ग रेंज पेट्रोल (एलआरपी) ‘अमृत’ का भी आयोजन किया जा रहा है। ‘अमृत’ रिले एलआरपी 01 अगस्त, 2022 को लद्दाख के काराकोरम पास से शुरू हुई थी। 75 दिन की यात्रा 14 अक्तूबर, 2022 को अरुणाचल प्रदेश के ‘जाचेप ला’ में समाप्त होगी। इस दौरान लगभग 7,575 किमी. की दूरी तय की जाएगी।

स्वतंत्रता दिवस पर आईटीबीपी ने अपने सभी केंद्रों, सीमा चौकियों और अन्य संबंधित संस्थाओं में ध्वजारोहण किया है। इनमें लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक की बल सीमा चौकियां शामिल हैं। बल के जवानों ने पूरे उत्साह से स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाया। हर घर तिरंगा की थीम के साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में स्थानीय सीमावर्ती नागरिक भी शामिल हुए।

1962 में स्थापित आईटीबीपी 3488 किलोमीटर लंबी भारत चीन की सीमा की सुरक्षा करती है। बल के जवान विषम भौगोलिक और मौसमी परिस्थितियों में सीमा की सुरक्षा करते हैं। साहसिक खेलों में भी आईटीबीपी अग्रणी है। आईटीबीपी के 20 पदाधिकारियों को 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पुलिस पदकों से विभूषित किए जाने की घोषणा की गई है।

इनमें से छह जवानों को वीरता के लिए पुलिस पदक, तीन पदाधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक एवं 11 पदाधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदकों से नवाजा गया है। वीरता के लिए पुलिस पदक से सम्मानित होने वालों में प्रभात मुकुल मार्टिन मिंज, सहायक सेनानी (जीडी), कुलदीप राज, स.उ.नि. (जीडी), ब्रह्म चंद्र, कांस्टेबल (जीडी), अमित कुमार, सहायक सेनानी (जीडी), हमेश कुमार, हेड कांस्टेबल (जीडी) और शक्ति कुमार, कांस्टेबल (जीडी) शामिल हैं।

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