नई दिल्ली: एक के बाद एक बड़ी टेक कंपनियों में कर्मचारियों के निकाले जाने का ऐलान किया जा रहा है। जहां हाल ही में सर्च इंजन गूगल से जॉब कट की खबर समाने आई थी अब बड़ी टेक कंपनी आईबीएम से भी ऐसी ही खबरें आ रही हैं।
कंपनी ने जानकारी दी है कि करीब 3900 कर्मचारियों को ले-आफ की प्रक्रिया का हिस्सा बनना पड़ा है। बीते बुधवार को आईबीएम कोर्प की ओर से जॉब कट की जानकारी दी गई। हालांकि कंपनी की ओर कर्मचारियों को निकाले जाने का कारण भी बताया गया है।
कंपनी ने कहा है कि वह अपने एनुअल कैश टारगेट को इस बार पूरा नहीं कर पाई, यही नहीं कंपनी चौथी तिमाही में अपने टारगेट रेवेन्यू को अचीव करने में भी पिछड़ी।
एक रिपोर्ट की मानें तो बीते बुधवार को कंपनी के सीएफओ जेम्स कवानुघ (Chief Financial Officer James Kavanaugh) ने कहा है कर्मचारियों की छंटनी के बाद भी कंपनी भर्ती प्रक्रिया को जारी रखेगी।
इसके अलावा कंपनी ने कहा है कि ले-ऑफ के कारण उसे जनवरी से मार्च अवधि के लिए 300 मिलियन डॉलर का चार्ज भी देना पड़ेगा। बता दें कंपनी के शेयर्स में भी 2 फीसदी की गिरावट भी दर्ज हुई है।
दरअसल, आईबीएम से पहले गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, मेटा, अमेजन और ट्विटर जैसी कंपनियों के नाम कर्मचारियों की छंटनी को लेकर सामने आए हैं। हालांकि इनमें से अधिकतर कंपनियों ने कर्मचारियों की छंटनी की वजह आर्थिक मंदी की आंशका को बताया है।
टेक कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को निकाले जाने की प्रक्रिया बीते साल के आखिरी महीनों में ही शुरू हो गई थी। एक रिपोर्ट की मानें तो टेक कंपनियों से अब करीब 1.50 लाख कर्मचारियों को छंटनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा है।