दुर्घटनाग्रस्त संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करेंः डीएम

रुद्रप्रयाग:सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित एवं कम करने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारी सड़क सुरक्षा नियमों का सभी से कड़ाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित करें, यह बात जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला कार्यालय एनआईसी कक्ष में आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों से कही।

जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोई भी सड़क दुर्घटना तेज रफ्तार एवं शराब पीकर वाहन चलाने व बिना हेलमेट के न हो इसके लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें तथा नियमों का पालन न करने वालों के विरुद्ध नियमानुसार चालान करते हुए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने परिवहन, राजस्व, पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी समय-समय पर संयुक्त निरीक्षण करते हुए चैकिंग अभियान चलाया जाए तथा शराब पीकर वाहन चलाने व तेज रफ्तार तथा बिना हेलमेट, बिना सीटबेल्ट व ओवर लोडिंग के वाहन चलाने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि दुर्घटनाग्रस्त संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए उनमें जो भी आवश्यक कार्यवाही एवं कार्य किए जाने हैं, वह समय से पूर्ण करना सुनिश्चित कर लिया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को उनके अधीन सभी मोटर मार्गों पर आबादी क्षेत्रों में वाहन गति सीमा, यातायात संकेतक बोर्ड लगाए जाएं जो वाहन चालक को 50 मीटर दूर से ही दिखाई दे। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी सड़कों में जगह-जगह पर साईन बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए।

उन्होंने सड़क से जुड़े अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी अपनी-अपनी सड़कों का रख-रखाव ठीक ढंग करें तथा सभी सड़कों की कलमठों एवं नालियों की साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि किसी भी सड़क में कलमठ बंद होने से नाली का पानी सड़क में न जाए तथा सड़क को किसी प्रकार की कोई क्षति न हो एवं सड़क क्षतिग्रस्त होने से किसी प्रकार की कोई दुर्घटना न हो इसके लिए सभी अधिकारी इस पर विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि सड़क किनारे किसी भी प्रकार से कोई अतिक्रमण न हो एवं अनावश्यक वाहन खड़े न हों यदि ऐसा पाया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित मजिस्ट्रीयल जांच की कार्यवाही समय से सुनिश्चित कराई जाए इसमें यदि किसी व्यक्ति को कोई मुआवजा दिलाया जाना है तो उसमें भी समय से कार्यवाही सुनिश्चित कर ली जाए।

जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में आम जनमानस को जागरुक करने के लिए जागरुकता कार्यक्रम भी समय-समय पर चलाएं जाएं। उन्होंने पीएमजीएसवाई को निर्देश दिए हैं कि उनके द्वारा जो भी सड़कें लोनिवि को हैंड ओवर की जानी हैं उनको तत्परता से हैंडओवर की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही जो भी नव निर्मित मोटर मार्गों का संयुक्त निरीक्षण किया जाना है उन सड़कों का भी तत्काल संयुक्त निरीक्षण किया जाए। उन्होंने सहायक संभगीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि जो नई सड़कें पास की जानी हैं उनका भी संयुक्त निरीक्षण कर यातायात के लिए तत्परता से शुरू किया जाए।

बैठक में जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, नगर पंचायत तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, ऊखीमठ को निर्देश दिए हैं कि यात्रा समाप्ति के बाद सड़क किनारे एवं फुटपाथ पर नगर क्षेत्रांतर्गत एवं अन्य क्षेत्रों में जो भी अतिक्रमण किया गया है उसको यात्रा समाप्ति होने के पश्चात् तत्काल प्रभाव से अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत हटवाने की कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए। इसके साथ ही जो भी होर्डिंग्स एवं बैनर यातायात को बाधित कर रहे हैं उन्हें भी तत्काल प्रभाव से हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए इसमें किसी भी दशा में लापरवाही न बरती जाए।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल, जखोली परमानंद राम, पुलिस उपाधीक्षक हर्षवर्धनी सुमन, सहायक अभियंता लोनिवि मनोट भट्ट, सहायक अभियंता एन.एच. राजवीर सिंह चौहान, अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई कमल सिंह सजवाण, जिला आबकारी अधिकारी दीपाली शाह, जिला शिक्षा अधिकारी नागेंद्र बर्त्वाल, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका व नगर पंचायत सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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