उदय दिनमान डेस्कः जिस घड़ी का बेसब्री से सभी भारतवासी इंतजार कर रहे थे, आखिर वह आ ही गई। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 को दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर लॉन्च किया गया। इस ऐतिहासिक पल के गवाह केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और इसरो के पूर्व चीफ के सिवन भी रहे। दुनिया की नजरें इस मिशन पर टिकी हुई हैं।
ISRO Chandrayaan 3 Mission की सफलता से अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद भारत चौथा देश बन जाएगा, जिसने चंद्रमा पर साफ्ट लैंडिंग (Moon Mission Landing) की महारत हासिल की है। इसरो ने कहा कि ‘चंद्रयान-3’ के प्रक्षेपण के लिए 25.30 घंटे की उल्टी गिनती बृहस्पतिवार को शुरू हो गई।
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग को इसरो के ऑफिशियल वेबसाइट पर लाइव देखा जा सकेगा। इसके अलावा, दूरदर्शन पर भी इसका लाइव प्रसारण किया जाएगा।केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने भारत के तीसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान 3 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ और उनकी टीम को बधाई दी। चंद्रयान-3 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया।
चंद्रयान-3 को LVM3 M4 लॉन्चर ने चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया है। इसरो ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।चंद्रयान-3 को आज दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर लॉन्च किया गया। इससे पूर्व देश में जश्न का माहौल है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लॉन्चिंग का वीडियो शेयर करते हुए कहा है- जय हो।
चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया गया है। आज दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग की गई थी।इसरो की टीम श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में मून मिशन चंद्रयान 3 की प्रगति की निगरानी कर रही है। चंद्रयान-3 को आज दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर लॉन्च किया गया।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 मून मिशन को लॉन्च किया। चंद्रयान-3 एक लैंडर, एक रोवर और एक प्रोपल्शन मॉड्यूल से लैस है। चंद्रयान-3 को आज आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। इस मौके पर इसरो के पूर्व चीफ के. सिवन मौजूद रहे। सिवन पिछले चंद्रयान-2 मिशन के दौरान इसरो के प्रमुख थे।
चंद्रयान-3 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर लॉन्च किया गया। इसके 23 अगस्त को चांद की सतह पर उतरने की संभावना है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।कुछ ही देर में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग होगी। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और इसरो के पूर्व प्रमुख के सिवन भी मौजूद हैं।
इसरो आज बहुप्रतीक्षित चंद्रयान-3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर लॉन्च किया जाएगा। इसे आप दैनिक जागरण के यूट्यूब चैनल पर भी लाइव देख सकते हैं। इसके लिए आपको इस लिंक पर क्लिक करना पड़ेगा।चंद्रयान-3 कुछ ही देर में लॉन्च किया जाएगा। इसे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। इस लिंक पर क्लिक कर आप भी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बन सकेंगे…
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग से पहले इसरो की टीम को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि आज देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन है। चंद्रयान-3 मिशन के द्वारा भारत एक बार फिर चांद पर कदम रखने की कोशिश करेगा। इस मिशन से जुड़े सभी वैज्ञानिकों को और इसरो की पूरी टीम के साथ-साथ और समस्त देशवासियों को अनंत शुभकामनाएं। उम्मीद है कि हम जल्द ही चांद पर भी तिरंगा फहराएंगे।
आज देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन है। चंद्रयान-3 मिशन के द्वारा भारत एक बार फिर चांद पर कदम रखने की कोशिश करेगा। इस मिशन से जुड़े सभी वैज्ञानिकों को और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की पूरी टीम के साथ-साथ और समस्त देशवासियों को अनंत शुभकामनाएँ।
मून मिशन कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी उन्होंने 2003 में मून मिशन कार्यक्रम का एलान किया था।चंद्रयान-3 की लैंडिंग चांद के दक्षिणी ध्रुव पर होगी। इसरो ने लैंडिंग के लिए यहां सुरक्षित स्थान खोज निकाला है। अभी तक किसी भी देश ने यहां पर लैंडिंग नहीं की है।
बॉलीवुड ने चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग से पहले इसरो की टीम को शुभकामनाएं दी हैं। अनुपम खेर हों या सुनील शेट्टी, सभी ने इसरो की टीम की तारीफ की है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) आज आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को लॉन्च करेगा। उससे पहले, एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड मानेक बेहरामकामदीन ने इस मिशन से जुड़ी कई बातें शेयर की। देखें वीडियो…
दिल्ली पुलिस ने चंद्रयान-3 मिशन की लॉन्चिंग से पहले इसरो को शुभकामनाएं दी हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा कि चंद्रयान-2 के चार साल से भी कम समय में भारत फिर से मिशन के लिए तैयार है।चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। इसके 23 अगस्त के चांद के दक्षिणी ध्रुव में उतरने की उम्मीद है।
चंद्रयान-2 को 22 जुलाई, 2019 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था। यह 20 अगस्त, 2019 को चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हुआ। दो सितंबर 2019 को विक्रम लैंडर 100 किलोमीटर की चंद्र ध्रुवीय कक्षा में चंद्रमा की परिक्रमा करते समय अलग हो गया था। हालांकि, चंद्रमा की सतह से 2.1 किमी की ऊंचाई पर लैंडर से संपर्क टूट गया था।
Chandrayaan3 के प्रक्षेपण को देखने के लिए 200 से अधिक स्कूली छात्र आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे हैं। एक छात्रा सुभाषिनी ने कहा कि मैं बहुत उत्साहित हूं कि मैं इसे देखने जा रही हूं, क्योंकि मैं कल्पना चावला की तरह अंतरिक्ष यात्री बनना चाहती हूं।
चंद्रयान कार्यक्रम की घोषणा 15 अगस्त 2003 को तत्कालीन प्रधान मंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी।इसरो के चंद्रयान-3 मिशन का बजट करीब 615 करोड़ रुपये है। पिछली बार चंद्रयान-2 के लिए 960 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था। अगर इसकी तुलना चीन और अमेरिका के मून मिशन से की जाए तो यह काफी सस्ता है। लिंक पर क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर…
पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान-2 भी चंद्रयान-1 की तरह ही अग्रणी था, क्योंकि इससे जुड़े ऑर्बिटर के डेटा ने पहली बार रिमोट सेंसिंग के माध्यम से क्रोमियम, मैंगनीज और सोडियम की उपस्थिति का पता लगाया था। इससे चंद्रमा के जादुई विकास के बारे में अधिक जानकारी भी मिलेगी।
उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 के प्रमुख वैज्ञानिक परिणामों में चांद पर सोडियम के लिए पहला वैश्विक मानचित्र, क्रेटर आकार वितरण पर ज्ञान बढ़ाना, आईआईआरएस उपकरण के साथ चंद्रमा की सतह के पानी की बर्फ का स्पष्ट पता लगाना और बहुत कुछ शामिल है। यह मिशन लगभग 50 प्रकाशनों में प्रकाशित हुआ है।
पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन में लगे हुए वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत का इतिहास बहुत समृद्ध है। चंद्रयान-1 को वैश्विक चंद्र मिशनों में एक पथप्रदर्शक माना जाता है, क्योंकि इसने चंद्रमा पर पानी के अणुओं की मौजूदगी की पुष्टि की थी। यह दुनिया भर के 200 से अधिक वैज्ञानिक प्रकाशनों में प्रकाशित हुआ।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर इसरो को चंद्रयान-3 मिशन के लिए शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि जहां तक भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र का सवाल है, 14 जुलाई 2023 हमेशा सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि चंद्रयान-3 अपनी यात्रा पर निकलेगा। यह उल्लेखनीय मिशन हमारे राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा।
उन्होंने कहा कि कक्षा उत्थान प्रक्रिया के बाद चंद्रयान-3 को चंद्र स्थानांतरण प्रक्षेप पथ में डाला जाएगा। तीन लाख किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए यह आने वाले हफ्तों में चंद्रमा पर पहुंचेगा। यान पर मौजूद वैज्ञानिक उपकरण चंद्रमा की सतह का अध्ययन करेंगे और हमारे ज्ञान को बढ़ाएंगे।
15 अगस्त, 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने चंद्रयान कार्यक्रम की घोषणा की थी। उनकी घोषणा के करीब पांच साल बाद 22 अक्टूबर, 2008 को चंद्रयान-1 ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रमा के लिए उड़ान भरी।चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग आज है। इसे लेकर बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने एक पुराना ट्वीट शेयर की है। इस ट्वीट में उन्होंने चंद्रयान-2 के फेल होने को लेकर अपनी बात रखी थी।
चंद्रयान-3 की आज लॉन्चिंग है। इसे लेकर यूपी पुलिस ने इसरो की टीम को शुभकामनाएं दी है।लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (LVM-3) चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण यान है। इसे पहले जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) एमके-3 के नाम से जाना जाता था। इसकी ऊंचाई 43.5 मीटर और वजह 640 टन है। एलवीएम-3 को बाहुबली रॉकेट भी कहा जाता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में अंतरिक्ष क्षेत्र में महाशक्ति बनने की ओर सतत अग्रसर नए भारत के सामर्थ्य और हौसले की नई उड़ान चंद्रयान-3 को आज श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया जाएगा। आत्मनिर्भर भारत की आकांक्षाओं एवं प्रौद्योगिकी विकास का प्रतीक चंद्रयान-3 अभियान पूर्णतः सफल हो, इस हेतु अनेक मंगलकामनाएं! स्वर्णिम इतिहास रचने जा रही इसरो की पूरी टीम को हार्दिक शुभकामनाएं!