मेले में विकास योजनाओं की जानकारी आम आदमी को उपलब्ध कराई

रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में आयोजित हुआ जनपद रुद्रप्रयाग का महत्वपूर्ण मंदाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेला का समापन आज विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों के साथ विधिवत रूप से मेला समिति की संरक्षक/विधायक श्रीमती शैला रानी रावत, मेला समिति की अध्यक्ष/नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अरुणा बेंजवाल की गरिमामयी उपस्थिति में समापन किया गया। मेले के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष श्री महावीर सिंह पंवार, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ नेता भाजपा विजय कप्रवान, श्रीनिवास पोस्ती, गंगाधर वशिष्ठ, अजय सेमवाल, बचन सिंह आदि ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
मंदाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेले के समापन अवसर पर विधायक केदारनाथ श्रीमती शैला रानी रावत ने कहा कि मंदाकिनी तट एवं अगस्त्य ऋषि की तपोभूमि पर 5 दिनों तक आयोजित मेला बहुत भव्यता के साथ आयोजित किया गया जिसके लिए उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए मेला समिति के संयोजक विक्रम सिंह नेगी, महामंत्री हर्षवर्धन बेंजवाल सहित मेला समिति के सदस्यों का बहुत-बहुत आभार प्रकट करते हुए बहुत-बहुत बधाई दी।

उन्होंने कहा कि मंदाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेला जनपद का एक महत्वपूर्ण मेला है, जिसमें सरकार द्वारा संचालित विकास योजनाओं की जानकारी आम आदमी को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि मेले एवं त्योहार हमारी संस्कृति की धरोहर एवं पहचान हैं, जिसके माध्यम से मेल जोल एवं आपसी भाईचारा बढ़ता है। उन्होंने कहा कि बिना मेल जोल एवं बिना सहयोग के कोई भी कार्यक्रम सफल नहीं हो पाता है। इसमें सभी का सहयोग होना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि आपदा एवं कोरोना के बाद मंदाकिनी महोत्सव को बड़े भव्यता के साथ आयोजित किया गया है जिसमें जिलाधिकारी के निर्देशन में विभिन्न विभागों द्वारा सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की प्रदर्शनी आयोजित कर योजनाओं की जानकारी क्षेत्रीय लोगों को उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा भी मेले में अपने स्टाॅल लगाए गए हैं जिससे कि उनके उत्पादों की विक्री होने के साथ-साथ उन्हें नई पहचान मिलने के साथ-साथ उनका रोजगार भी बढ़ा है।

उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में इस वर्ष लगभग 16 लाख यात्रियों ने केदारनाथ धाम के दर्शन किए हैं तथा केदारनाथ यात्रा एक बड़ी चुनौती है जिसको सभी के सहयोग से सफलता पूर्वक संपादित किया गया है। इस यात्रा के दौरान लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हुए हैं जिसमें घोड़े-खच्चरों द्वारा एक अरब का व्यवसाय किया गया है।

वहीं विभिन्न महिला समूहों द्वारा 80 लाख का व्यवसाय किया गया। उन्होंने कहा कि आने वाली यात्रा को और अधिक व्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मंदाकिनी महोत्सव में विभिन्न विकास खंडों की महिला समूह एवं स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत की गई हैं। उन्होंने कविल्ठा प्राइमरी स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा कार्यक्रम में सुंदर प्रस्तुति देने पर उन्हें बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए सभी बच्चों को 50 हजार रुपए की धनराशि देते हुए पुरस्कृत किया गया है।

उन्होंने कहा कि विद्यालय में केवल 18 छात्र-छात्राएं हैं। केवल एक ही अध्यापक हैं फिर भी इनके द्वारा बेहतर कार्यक्रम प्रस्तुत किया है जो सराहनीय है तथा सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की है। इस अवसर पर उन्होंने मेले के सफल आयोजन हेतु मेला समिति को 4 लाख रुपए देने की घोषणा की गई। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए तथा मेला समिति द्वारा विभिन्न अतिथियों एवं प्रेस प्रतिनिधियों का शाॅल भेंटकर स्वागत किया गया।

अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में आयोजित हुआ पांच दिवसीय मंदाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेले में विभिन्न विभागों द्वारा अपने-अपने स्टाॅल लगाए गए जिससे मेले में आए मेलार्थियों को संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई जिसमें जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा 7500 लोगों को स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई गई। कृषि विभाग द्वारा क्षेत्रीय किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध कराए गए जिसमें 339 लोगों को दरांती, 78 लोगों को फावड़ी, 30 लोगों को कुदाल, 39 लोगों को पर्वतीय हल तथा 500 कृषकों को कृषि जानकारी उपलब्ध कराई गई।

उद्यान विभाग द्वारा 25 किग्रा लहसून बीज तथा 7 किग्रा 900 ग्राम सब्जी के बीज एवं 200 किसानों को उद्यानीकरण की जानकारी दी गई। पशुपालन विभाग द्वारा 155 पशुओं को दवा वितरित कराई गई तथा 2 हजार लोगों को योजना की जानकारी दी गई। वन विभाग द्वारा 50 लोगों को पौधे वितरित किए गए तथा 500 लोगों को विभागीय योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई गई।

इसी के साथ आयुर्वेदिक विभाग द्वारा 500 लोगों को दवा उपलब्ध कराई गई तथा 1000 लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई गई। इसी के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा 200 लोगों की स्वास्थ्य काउंसलिंग कराई गई तथा 250 लोगों को दवा उपलब्ध कराई गई तथा 1200 लोगों को स्वास्थ्य जानकारी दी गई। भेषज इकाई द्वारा 1200 लोगों को जड़ी बूटी के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई गई।

बाल विकास विभाग द्वारा 15 महिलाओं को महालक्ष्मी किट, 50 बच्चों का वैट किया गया तथा 2500 लोगों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई। आपदा प्रबंधन द्वारा 350 लोगों को आपदा प्रबंधन के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई गई। शिक्षा विभाग द्वारा 100 बच्चों को किताबें वितरित की गई इसके साथ ही 10 हजार छात्र-छात्राओं एवं स्थानीय लोगों को शिक्षा संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई गई।

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