नई दिल्ली। इजरायल ने रविवार को लेबनान की राजधानी बेरूत में एयरस्ट्राइक की जिसमें उसने हिज्बुल्लाह के चीफ ऑफ स्टाफ को निशाना बनाने का दावा किया। इस हमले के बाद एक इमारत की दीवार में बड़ा छेद हो गया और सड़क पर मलबा फैल गया। मौके पर मौजूद पत्रकारों के मुताबिक, घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल था।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस हमले में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हुई है और 21 लोग घायल हुए हैं। मंत्रालय ने इसे “प्रारंभिक आंकड़ा” बताया है। स्थानीय एजेंसी NNA के अनुसार, दक्षिणी बेरूत का यह इलाका बेहद भीड़भाड़ वाला है और यहां हिज्बुल्लाह का प्रभाव है। हमला होने से आसपास के कई घरों और वाहनों को नुकसान हुआ।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने ही यह कार्रवाई करने का आदेश दिया था। बयान में कहा गया, “कुछ देर पहले बेरूत के बीचोंबीच आईडीएफ ने हिज्बुल्लाह के चीफ ऑफ स्टाफ को निशाना बनाया, जो संगठन के हथियार जुटाने और तैयारी की अगुवाई कर रहा था।”
बयान में आगे कहा गया कि इजरायल अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए हर जगह और हर समय कार्रवाई करेगा। AFP के रिपोर्टर ने बताया कि हमला 9 मंजिला इमारत के तीसरे और चौथे फ्लोर पर हुआ। एम्बुलेंस और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचकर लोगों को बाहर निकाल रही थीं। NNA का कहना है कि इमारत पर तीन मिसाइलें दागी गईं, जिससे आसपास की संरचनाओं को भी नुकसान पहुंचा।
इजरायल ने नवंबर 2024 की सीजफायर के बाद से लेबनान में लगभग रोजाना हमले किए हैं, जिनमें वह दावा करता है कि उसके निशाने पर हिज्बुल्लाह के सदस्य होते हैं। लेकिन रविवार का यह हमला खास था क्योंकि बेरूत के दक्षिणी इलाकों पर जून 5 के बाद यह पहला हमला है। इससे कुछ घंटे पहले ही दक्षिणी कस्बे आइता अल-शाब में भी एक हमला हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई।
हिज्बुल्लाह को 2023 में हुए युद्ध के बाद काफी कमजोर माना जा रहा है। यह संघर्ष तब शुरू हुआ था जब उसने गाजा में हमास के समर्थन में इजरायल पर हमले शुरू किए थे। वहीं, लेबनान पर इजरायल और अमेरिका दोनों ही हिज्बुल्लाह को निरस्त्र करने का दबाव बढ़ा रहे हैं, जिसे संगठन ने खारिज कर दिया है। नेतन्याहू ने रविवार को फिर कहा कि इजरायल हिज्बुल्लाह को दोबारा मजबूत होने से रोकने के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेगा।

