नई दिल्ली। गाजा में इजरायली हमलों और आमने-सामने की लड़ाई में शनिवार को 38 फलस्तीनी मारे गए। ये हमले ऐसे समय में हो रहे हैं जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं और वहां पर उनसे विभिन्न माध्यमों से गाजा में युद्धविराम की मांग हो रही है।लेकिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र के मंच से एलान कर दिया है कि गाजा में हमास को खत्म करके ही उनका अभियान रुकेगा।
शनिवार तड़के गाजा के मध्य और उत्तरी इलाकों में हवाई हमलों में घरों में सो रहे लोग मारे गए। इनमें से एक ही परिवार के नौ लोग नुसीरत शरणार्थी क्षेत्र के एक घर में मारे गए। गाजा सिटी के तुफाह इलाके में इजरायली हमले में एक घर ध्वस्त हो गया है। इस हमले में पड़ोस का घर भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और कुल 11 लोग मारे गए हैं। चार अन्य लोग शती शरणार्थी शिविर में मारे गए हैं।
दक्षिणी और मध्य गाजा के राहत वितरण केंद्रों पर इजरायली सेना की फायरिंग में भी छह लोग लोग मारे गए हैं। गाजा सिटी में दो अस्पताल बंद कराए जा चुके हैं जबकि दो हेल्थ क्लीनिक इजरायली बमबारी में बर्बाद हो चुके हैं। प्रतिदिन के हमलों और लड़ाई में लोग घायल भी हो रहे हैं, ऐसे में सात लाख की मौजूदा आबादी वाले शहर में चिकित्सा सुविधा बेहद मुश्किल हो गई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और नेतन्याहू की मुलाकात सोमवार को प्रस्तावित है। ट्रंप ने कहा है कि बंधकों की रिहाई और गाजा में युद्धविराम के लिए गंभीर वार्ता चल रही है और परिणाम नजदीक हैं। इसलिए आने वाले दो दिन गाजा के लिए महत्वपूर्ण हैं। बढ़ रहे वैश्विक दबाव के बीच ट्रंप की मजबूरी बन रही है कि वह युद्धविराम के लिए नेतन्याहू को तैयार करें।