नैनीताल से देहरादून तक लग चुका है जाम

देहरादूनः तापमान में वृद्धि होते ही लोग उत्तराखंड की वादियों का लुत्‍फ लेने पहुंचने लगे हैं। वैसे तो लोग उत्‍तराखंड में नैनीताल और मसूरी जाना पसंद करते हैं, लेकिन इन दिनों ये जगहें पर्यटकों से खचाखच भरी हुई हैं। वीकेंड पर लोग बड़ी संख्या में मसूरी पहुंच रहे हैं। जबकि हरिद्वार से देहरादून हाईवे पर जबरदस्त जमा दिखता है। उत्तरी हरिद्वार से बहादराबाद तक लंबी लाइन लगी है। चंद किमी की दूरी तय करने में घंटों लग रहे हैं।

पर्यटकों के यहां पहुंचने से इन जगहों की रौनक तो बेशक बढ़ गई हो, लेकिन लोगों का भीड़ के मारे बुरा हाल है। ऐसे में अगर आप भी उत्तराखंड घूमने आने की सोच रहे हैं, तो मसूरी के पास ऐसे कई खूबसूरत हिल स्‍टेशन है, जहां आप सुकून से छुट्टियां बिता पाएंगे। यहां न तो कोई शोर शराबा है न ही घंटों का जाम। यहां की नेचुरल ब्‍यूटी बस देखते ही बनती है। तो आइए जानते हैं मसूरी के पास इन खूबसूरत हिल स्‍टेशनों के बारे में।

बात अगर फैमिली वैकेशन की हो, तो पहली कुछ चीजें जो दिमाग में आती हैं, वो हैं हरे पेड़, नीला आसमान, सर्द मौसम, बढ़िया भोजन और एक ऐसी जगह जहां आप अपनी सारी परेशानियों को भूल सकते हैं। देहरादून एक ऐसा ही हॉलिडे डेस्टिनेशन है। उत्‍तराखंड की राजधानी होने के साथ ही यह एक सुंदर हिल स्‍टेशन भी है।

देहरादून दून घाटी में 410 मीटर की अलग-अलग ऊंचाई पर स्थित है। यह अपनी जलवायु और आस-पास के सुंदर नजारों के लिए जाना जाता है। मानसून में यहां जाने का अलग ही मजा है। यहां लगातार बारिश होने के कारण शहर को ‘भारत का बरसाती शहर’ कहा जाता है।

घूमने के साथ-साथ अगर आप प्रकृति का मजा लेना चाहते हैं, तो एक बार मसूरी के पास हर्षिल वैली जरूर जाएं। यहां की प्राकृतिक नजारा मन को न केवल तरोताजा कर देता है, बल्कि हमारे सारे तनावों को भी दूर करने में मदद करता है।

गंगोत्री के रास्‍ते भागीरथी नदी के तट पर स्थित हर्षिल बर्ड वॉचिंग और ट्रेकिंग के लिए पर्यटकों के बीच मशहूर है। यह गांव समुद्र तल से 2620 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। देवदार और चीड़ के पेड़ों के बीच हिमालय का नजारा बहुत ही खूबसूरत दिखता है। हर्षिल के आसपास आप धराली, मुखवास गांव, सातताल, गंगनानी और गंगोत्री भी घूमने जा सकते हैं।

​कनातल एक हिल स्टेशन है जो अपनी प्राचीन सुंदरता और एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए प्रसिद्ध है। दिल्ली, मसूरी, चंबा और ऋषिकेश से ये काफी पास है। इसलिए वीकेंड स्‍पेंड करने लोग यहीं सबसे ज्‍यादा जाते हैं। यह हिल स्टेशन समुद्र तल से 8500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और फोटोग्राफरों, प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। यहां सुरकंडा देवी मंदिर देखने लायक है।

इसके अलावा कोडिया फ़ॉरेस्ट और इको पार्क भी आपको जरूर देखना चाहिए। यहां आपको जंगली सूअर और गोरल देखने को मिलेंगे। यदि आप एडवेंचर लवर हैं, तो कनातल में कई रोमांचक एक्टिविटीज का मजा ले सकते हैं। यहां से थोड़ी ही दूरी पर रिवर राफ्टिंग के लिए शिवपुरी काफी फेमस है।

समुद्र तल से 2,250 मीटर की ऊंचाई पर चंबा-मसूरी रोड पर बसा धनोल्टी एक छोटा और खूबसूरत शहर है। देवदार, ओक और रोडोडेंड्रोन के विशाल पेड़ों के साथ यह हिल स्‍टेशन किसी स्‍वर्ग से कम नहीं लगता। शहर से थोड़ी दूर चलने पर आपको घास के मैदान, घने जंगल और कलकल करती नदियां दिखाई दे जाएंगी। यहां आप स्थानीय लोगों को पारंपरिक कपड़े और टोपी पहने हुए देख सकते हैं।

इसके अलावा अगर आप यहां एक दिन का स्‍टे ले रहे हैं, तो गढ़वाली भोजन का स्‍वाद लिए बिना यहां से नहीं लौटना चाहिए। धनौल्टी एडवेंचर एक्टिविटीज जैसे स्काईवॉकिंग, जंगलों में ट्रेकिंग, जिप लाइनिंग, बाइकिंग या रैपलिंग के लिए फेमस है। लेकिन अगर आपको एडवेंचर पसंद नहीं हैं, तो आप धनोल्‍टी की सड़कों पर इत्मीनान से टहलते हुए अपनी शाम बिता सकते हैं।

औली भी उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित एक रोमांचक हिल स्टेशन है। प्रकृति से चारों ओर से घिरे इस हिल स्‍टेशन का नजारा आंखों को सुकून देता है। यहां जंगली फूल और देवदार, ओक, शंकुधारी के जंगल बहुत ज्‍यादा हैं। औली जा रहे हैं, तो यहां के रोपवे का इस्‍तेमाल जरूर करें। क्‍योंकि यह न केवल भारत में बल्कि पूरे एशिया में सबसे ऊंचा और सबसे लंबा रोपवे है।

औली की आर्टिफिशियल झील दुनिया की सबसे ऊंची मानव निर्मित झीलों में से एक है। इसके अलावा चत्रकुंड और चिनाब झील भी देखने लायक हैं। औली को भारत की स्कीइंग राजधानी के रूप में भी जाना जाता है, तो अब आप सोच ही सकते हैं कि यहां आपकी छुट्टियां कैसी बीतने वाली हैं।

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