जोशीमठः आपदा के बाद पहली बार खुले स्कूल

जोशीमठ : जोशीमठ में आपदा के बाद पहली बार बुधवार से जोशीमठ में विद्यालयों का संचालन विधिवत रूप से शुरू हुआ लेकिन यहां भी आपदा का असर दिखा। हालांकि पहले दिन छात्र-छात्राओं की उपस्थिति काफी कम रही लेकिन स्कूल आने के लिए बच्चे उत्साहित दिखे।

कई विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 50 प्रतिशत के आसपास रही। पूरे नगर के विद्यालयों में लगभग 50 प्रतिशत तक छात्र-छात्राएं ही उपस्थित रहे। उम्मीद है कि छात्र-छात्राएं आपदा से उभरकर अपना भविष्य संवारने के लिए जल्द अधिक संख्या में स्कूल पहुंचेंगे।

अत्यधिक ठंडा इलाका होने के कारण प्रतिवर्ष जोशीमठ क्षेत्र में जनवरी महीने में शीतकालीन अवकाश रहता है। एक फरवरी से पूरे क्षेत्र के विद्यालय विधिवत रूप से खुल जाते हैं। इस वर्ष जोशीमठ आपदा से ग्रसित रहा।

यहां कई स्कूली बच्चे भी अपने परिवार के साथ राहत शिविरों में रह रहे हैं। पूरे जनवरी महीने में इन बच्चों में भी आपदा का खौफ रहा। बुधवार को विद्यालय खुले तो यहां भी आपदा का असर दिखाई दिया।

ज्यादातर कक्षाओं में एक दो छात्र-छात्राएं ही नजर आए। शिक्षा विभाग ने उपस्थिति को लेकर कोई स्पष्ट डाटा जारी नहीं किया लेकिन विभाग का दावा है कि विद्यालयों में 50 से 60 प्रतिशत तक उपस्थिति रही। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों और विद्यालयों के शिक्षकों को उम्मीद है कि बृहस्पतिवार से छात्रों की संख्या बढ़ जाएगी।

मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला और खंड शिक्षा अधिकारी भास्कर बेवनी सहित शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, प्राथमिक विद्यालय मारवाड़ी, उच्च प्राथमिक विद्यालय मारवाड़ी और आदर्श प्राथमिक विद्यालय जोशीमठ का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने स्कूली बच्चों से बात भी की और उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।

एक जनवरी से नगर में शीतकालीन अवकाश शुरू हुआ लेकिन इसी दौरान जोशीमठ में भू-धंसाव बहुत तेज हो गया। इस कारण कई परिवार के लोग शिविरों में चले गए। शीतकालीन अवकाश का पूरा महीना ही बच्चों का आपदा के खौफ में बीत गया। नगर में पंजीकृत करीब 151 बच्चे राहत शिविरों में रह रहे हैं।

दसवीं और 12वीं की कक्षाओं की प्री बोर्ड की परीक्षाएं बृहस्पतिवार से शुरू हो रही हैं जिसको लेकर विद्यालयों में तैयारी पूरी कर ली गई है। जोशीमठ नगर में 10वीं व 12वीं कक्षा में 803 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।

राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ के प्रधानाचार्य राजकिशोर का कहना है कि विद्यालय में शिक्षण कार्य शुरू हो गया है। बृहस्पतिवार से प्री बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। जो छात्र पहले दिन उपस्थित नहीं हुए उन्हें बृहस्पतिवार से उपस्थित होने के लिए कहा गया है।

भू-धंसाव के चलते प्राथमिक विद्यालय और राजकीय जूनियर हाईस्कूल मारवाड़ी में दरार आने से यह असुरक्षित हो गए थे जिसके चलते शिक्षा विभाग ने इन विद्यालयों को किराये के भवन पर संचालित कर लिया है। जहां पर यह विद्यालय भवन हैं उसके पास ही सुरक्षित भवनों में कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।

सिंहधार वार्ड के प्राथमिक विद्यालय में रहने वाले प्रभावित परिवारों को प्रशासन ने बुधवार को अन्यत्र शिफ्ट करा दिया है। इसके बाद बुधवार से स्कूल का संचालन निर्धारित समय पर शुरू हो गया। पहले दिन 12 बच्चे स्कूल पहुंचे। शीतकालीन अवकाश के बाद बुधवार को नगर के सभी स्कूल खुल गए।

सिंहधार वार्ड के प्राथमिक विद्यालय में बनाए राहत शिविर में छह परिवार रह रहे थे जिनको प्रशासन की ओर से दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया गया था। बुधवार को तहसील प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर सभी परिवारों से वार्ता की और सहमति के बाद उनकी व्यवस्था दूसरी जगह कर दी।

सभी परिवारों ने अपना सामान भी शिफ्ट कर दिया है। स्कूल की प्रधानाध्यापिक रेखा का कहना है कि यहां 40 बच्चे पंजीकृत हैं जिसमें से तीन बच्चे दूसरी जगह चले गए हैं। आज पहले दिन 12 बच्चे स्कूल पहुंचे। बच्चों के अभिभावकों से बात हो गई है, बृहस्पतिवार से अन्य छात्र-छात्राएं भी नियमित रूप से स्कूल आने लगेंगे।

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