देशभर में कान्हा के जन्मोत्सव की धूम

नई दिल्ली :आज पूरा भारत श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर भक्ति और उल्लास में डूबा हुआ है। देशभर के मंदिरों और घरों में विशेष पूजा-अर्चना, श्रृंगार और झांकियों का आयोजन किया गया है। मथुरा, वृंदावन से लेकर द्वारका, जयपुर, पटना, कानपुर और हैदराबाद तक कान्हा के बाल रूप को झूलों में सजाया गया है। दही हांडी प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से कान्हा का जन्मोत्सव और भी रंगीन हो गया है। आइए, कुछ खूबसूरत तस्वीरों के माध्यम से देखते हैं कैसे पूरे देश में माखनचोर का जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है।

आज पूरे देश में श्रद्धा, उल्लास और भक्ति भाव से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। यह अवसर भगवान श्रीकृष्ण के 5252वें जन्मोत्सव का है। देशभर के मंदिरों और घरों में श्रीकृष्ण का भव्य श्रृंगार किया गया है और उन्हें तरह-तरह के पकवानों का भोग अर्पित किया जा रहा है।

इस अवसर पर मथुरा, वृंदावन, द्वारका, जयपुर, पटना, कानपुर, और हैदराबाद सहित देश के कोने-कोने में स्थित मंदिरों को फूलों, लाइटों और रंगीन सजावटों से सजाया गया है। भक्तों ने माखनचोर के बाल रूप को नन्हें-नन्हें झूलों में बैठाकर झांकी के रूप में सजाया है। आइए तस्वीरों के माध्यम से देखते है कि भारतवर्ष में इस बार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को कैसे मनाया जा रहा है।

जन्माष्टमी के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि, मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर पहुंचे। उन्होंने वहां गहरी आस्था और भक्तिभाव के साथ पूजा-अर्चना की और भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य दर्शन किए।

मुख्यमंत्री ने बाल गोपाल के झूले को श्रद्धापूर्वक झुलाया और श्रद्धालुओं के बीच बैठकर भजन-कीर्तन का भी आनंद लिया। पूरे मंदिर परिसर को इस अवसर पर दिव्य सजावट से सजाया गया था। फूलों, दीपों और रंग-बिरंगी लाइटों की झिलमिलाहट से वातावरण भक्तिमय बना हुआ था।

उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में जन्माष्टमी के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में विशेष पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और झांकियों का आयोजन हुआ। मंदिर में देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। साथ ही इस दौरान मंदिर में ऑपरेशन सिंदूर की भी झांकी देखने को मिली।

वहीं बात अगर राजस्थान की राजधानी जयपुर की करें तो चितरकूट स्टेडियम में ‘सामरस्य भारत सेवा संस्थान’ द्वारा दही हांडी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। ‘गोविंदा पथकों’ ने मानव पिरामिड बनाकर मटकी फोड़ी और दर्शकों ने तालियों से उनका उत्साह बढ़ाया। बच्चे राधा-कृष्ण की वेशभूषा में आकर्षण का केंद्र रहे।

बिहार की राजधानी पटना में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की जबरदस्त धूम देखने को मिला। इस दौरान पटना स्थित इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी के मौके पर भव्य आरती और झांकियों का आयोजन हुआ। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था और भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं की झलकियां प्रस्तुत की गईं।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर तेलंगाना के हैदराबाद स्थित रवींद्र भारती सभागार में जन्माष्टमी के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। युवा कलाकारों ने श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी कथाओं पर नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियां दीं, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।उत्तर प्रदेश के कानपुर में जेके मंदिर (श्री राधाकृष्ण मंदिर) में जन्माष्टमी पर विशेष पूजा और सजावट की गई। श्रद्धालुओं ने भगवान राधा-कृष्ण के दर्शन किए और भजन-संध्या में भाग लिया।

वहीं गुजरात के राजकोट में रेस कोर्स ग्राउंड पर जन्माष्टमी के अवसर पर विशाल मेले का आयोजन किया गया। झूलों, झांकियों, और खाने-पीने के स्टालों से पूरा मेला बच्चों और परिवारों से गुलजार रहा। जन्माष्टमी के इस पर्व पर पूरे देश में भक्ति और उल्लास का माहौल देखने को मिला। मंदिरों में पूजा-पाठ, झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह ने इस पर्व को और भी खास बना दिया।

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