शिमला: प्रदेश में शनिवार से आफत की वर्षा के कारण पांच लोगों की भूस्खलन के कारण मौत हुई है। कुमारसैन में भूस्खलन के कारण दंपत्ती और एक बच्ची की मौत हो गई। कुल्लू में महिला की मौत व चंबा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। भूस्खलन के कारण 11 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 723 सड़कें बंद हैं। भूस्खलन के कारण पथ परिवहन निगम की 150 के करीब बसें और अन्य गाड़ियां फंसी हुई हैं।
यातायात को बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बिजली, पानी के साथ यातायात सेवाएं प्रभावित हुई हैं। आम आदमी का घर से निकलना दूभर है। भारी वर्षा के कारण जगह-जगह पर बाढ और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। इसके कारण बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है।
दो दिनों में करीब 80 करोड़ के नुकसान का अनुमान है। हालांकि इस नुकसान के और बढ़ने का अनुमान है। भारी वर्षा के कारण छह स्थानों में अचानक बाढ़ आने की सूचना है। पर्यटन नगरी मनाली के साथ लगते बाहंग में लगभग सात घर बाढ़ में बह गए हैं। जानी नुकसान नहीं हुआ है लेकिन लोग बेघर हो गए हैं।
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश के पांच जिलों चंबा, कांगड़ा, मंढी हमीरपुर व बिलासपुर में भारी वर्षा और बाढ़ को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि ऊना, शिमला, सोलन व सिरमौर के लिए भारी वर्षा का आरेंज व बाकी स्थानों के लिए येलो अलट जारी किया गया है। ऐसे में एडवाइजरी जारी की गई है और अचानक से बाढ़ आने को लेकर अहतियात बरतने को कहा गया है।
प्रदेश में भारी वर्षा के बीच अधिकतम तापमान में चार से नौ डिग्री तक की अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सबसे अधिक गिरावट लाहुल स्पीति के कुकुमसेरीे में 9 डिग्री, रिकांगपिओ 8.2, हमीरपुर 7.7, मंडी में 7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे में सामान्य से करीब 12 डिग्री कत तापमान दर्ज किया गया है।