अलास्का: अमेरिका के अलास्का में सोमवार तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए। संबंधित एजेंसियों ने भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 6.2 मापी गई है। भूकंप का केंद्र 48 किलोमीटर गहराई में पाया गया।
एनसीएस के मुताबिक, इतनी कम गहराई पर आए भूकंप के बाद दोबारा झटके (आफ्टरशॉक) आने की संभावना ज्यादा होती है। वहीं, दूसरी तरफ ताजिकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। यहां भूकंप की तीव्रता रिएक्ट पैमाने पर 4.6 मापी गई। खबर लिखे जाने तक किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई है।
बता दें कि इससे पहले भी अलास्का में 17 जुलाई को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस दौरान भूकंप की तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 7.3 मापी गई थी। एनसीएस के मुताबाकि, भूकंप का केंद्र 36 किलोमीटर गहराई में पाया गया था।
भूकंप और प्राकृतिक आपदाओं पर नजर रखने वाले जानकारों के मुताबिक, गहराई में आने वाले भूकंपों की तुलना में अलास्का में 6.2 तीव्रता का भूकंप अधिक खतरनाक है। इसलिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। भूगर्भविज्ञान की भाषा में इतनी कम गहराई में लगे झटकों को आमतौर पर ‘उथले भूकंप’ माना जाता है।
इनके अधिक खतरनाक होने का कारण भूकंपीय तरंगों को सतह तक पहुंचने में लगने वाला कम समय है। ऐसे हालात में जमीन अधिक हिलती है और इमारतों को ज्यादा नुकसान होता है। नतीजतन अधिक लोगों के हताहत होने का खतरा बना रहता है।
अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली ने अलास्का की खाड़ी में आए भूकंप के बाद तटीय इलाकों के कुछ हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी की है। लोगों को ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, उन्हें समुद्र तट और नदी जैसे जल क्षेत्रों से दूर रहने के लिए कहा गया है। सुनामी निगरानी का मतलब है कि विशेषज्ञ खतरे का आकलन कर रहे हैं, इसलिए आगे की जानकारी का इंतजार करना चाहिए।
दूसरी तरफ, ताजिकिस्तान में भी सोमवार तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 4.6 मापी गई। एजेंसी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 23 किलोमीटर गहराई में पाया गया।