शहीद मेजर विभूति की पत्नी सेना में अफसर बनेगी

देहरादून। दो साल पहले दून के लाल शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए देश पर कुर्बान हो गए थे। इस अंतराल में विभूति के देश सेवा के जज्बे ने उनकी पत्नी निकिता के भीतर न सिर्फ नया रूप लिया, बल्कि सेना में भर्ती होने का उनका सफर अब अंतिम पड़ाव पर है। वह ओटीए (ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी), चेन्नई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं हैं और अब भारतीय सेना का हिस्सा बनने से बस चंद कदम ही दूर हैं। वह 29 मई को पास आउट होने जा रहीं हैं।

देहरादून शहर के डंगवाल मार्ग निवासी मेजर विभूति जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। पति की वीरता से अभिभूत वह उनकी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सेना में अफसर बनने जा रही हैं। कश्मीर की रहने वाली निकिता के परिवार ने आतंक को काफी करीब से देखा हुआ है। उनकी मजबूती की झलक निकिता के व्यक्तित्व पर भी नजर आती है।

मुश्किल घड़ी में उन्होंने न केवल खुद को बल्कि परिवार को भी संभाला। इससे पहले वह एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती थीं। पति की शहादत के बाद की स्थिति से बाहर आने में उन्हें काफी समय लगा। उन्होंने तय किया कि वह अपने पति की तरह ही सैन्य वर्दी पहनेंगी। यह एक नई पारी है जो कॉरपोरेट कल्चर से पूरी तरह से अलग है।

उनके स्वजन लेफ्टिनेंट कर्नल विकास नौटियाल ने बताया कि इस खुशी के पल में परिवार के सभी लोग शामिल होना चाहते थे लेकिन कोरोना की वजह से निकिता के अभिभावक ही परेड में जा पाएंगे। पासिंग आउट के बाद वह 21 दिन की छुट्टी आएंगी। यदि दून में हालात ठीक रहे तो इस दौरान वे यहां भी आएंगी।

उनसे पहले चंद्रबनी के शहीद शिशिर मल्ल की पत्नी संगीता और नींबूवाला के शहीद अमित शर्मा की पत्नी प्रिया सेमवाल पहले ही सैन्य वर्दी पहन उदाहरण स्थापित कर चुकी हैं। वहीं हर्रावाला निवासी शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति अभी ओटीए में प्रशिक्षण ले रही है हैं।

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