देर अल-बलाह :गाजा में इन दिनों भुखमरी जैसे हालात हैं। लोग खाना पाने की चाह में मौत का सामना करने को भी तैयार हैं। बृहस्पतिवार को मध्य गाजा के बीचों-बीच एक सड़क पर इस्राइली हमला हुआ, जिसमें 18 फलस्तीनियों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, लोगों की भीड़ फलस्तीनी पुलिस इकाई से आटे के बैग ले रही थी, जिसने यह आटा उन गिरोहों से जब्त किया था, जो मदद के ट्रकों को लूट रहे थे। तभी इस्राइल ने हमला कर दिया।
पिछले करीब ढाई महीने से इस्राइल ने गाजा में खाद्य पदार्थों पर रोक लगाई हुई है। हालांकि, इस्राइल ने मई के मध्य से क्षेत्र में केवल थोड़ी मात्रा में आपूर्ति की अनुमति दी है। भोजन वितरित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों को सशस्त्र गिरोहों ने ट्रकों को लूटकर आपूर्ति को बाधित किया है। इससे गाजा में हालात बहुत खराब हो गए हैं।
देर अल-बलाह के केंद्रीय शहर में बृहस्पतिवार को हमला साहम की एक सुरक्षा इकाई पर हुआ, जो लूटपाट रोकने और चुराए गए सामान को महंगे दाम पर बेचने वाले लोगों के खिलाफ काम करती है। इस इकाई में हमास और कुछ दूसरे गुटों के लोग शामिल हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब साहम इकाई लुटेरों और भ्रष्ट व्यापारियों से जब्त किए गए आटे के बैग बांट रही थी, तभी वहां भीड़ जमा हो गई और हमला हुआ। बाद में सामने आए वीडियो में कई नौजवानों के शव दिखे, जिनमें से कई बुरी तरह जख्मी थे। पास के अल-अक्सा अस्पताल के मुताबिक, मारे गए लोगों में एक बच्चा और साहम टीम के कम से कम सात सदस्य शामिल थे।
इस्राइली सेना ने इस हमले पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है। इस्राइल का कहना है कि हमास मदद का सामान चुराकर अपनी सत्ता बनाए रखने में लगा है। इसलिए इस्राइल अक्सर गाजा की पुलिस पर हमला करता है, क्योंकि वह उसे हमास का हिस्सा मानता है।