पौड़ी : जनपद मुख्यालय में 9वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर मतदाताओं को अपने मताधिकार का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही नये मतदाताओं के नाम निर्वाचन नामावली में शामिल किये गये।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भयरहित स्वच्छ निर्वाचन प्रणाली विकसित करने तथा मतदाताओं को अधिकाधिक मताधिकार का प्रयोग करने के उद्देश्य को लेकर वर्ष 2011 से प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। आयोजित कार्यक्रम में जनपद को स्वच्छता बनाये रखने एवं मतदाताओं को मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष दीप्ति रावत एवं जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष दीप्ति रावत ने कहा कि अपने देश के नेतृत्व के लिए मतदान में भागीदारी अवश्य रूप से हमें करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें मतदान के लिए सजगता से कार्य करते हुए सभी को मतदान के लिए प्रेरण देना चाहिए। कहा कि समस्या या अपनी मांगों को लेकर मतदान का बहिष्कार नहीं करना चाहिए। बल्कि मतदान बूथ पर जाकर अपने मत का उपयोग नोटा पर भी कर सकते हैं। जिससे आने वाले सरकार आपके हित के अनुरूप कार्य कर सकेंगे और आपकी समस्या को गम्भीरता से लेंगे। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रेक्षागृह में उपस्थित मतदाताओं को मजबूत लोकतंत्र में सबकी भागीदारी की शपथ दिलायी। उन्होंने जनपद की जनसंख्या प्रतिशत के अनुपात से कम होते मतदान प्रतिशत पर चिंता जताई। कहा कि जनपद में लगभग 6 लाख 87 हजार से अधिक जनसंख्या है।
पुनरीक्षण कार्यक्रम में बाद जनपद में लगभग 5 लाख 51 हजार वोटर हैं। फिर भी मतदान प्रतिशत अन्य जनपदों की तुलना में काफी कम होने के कारणों पर मंथन किया जाना आवश्यक है। उन्होंने सभी अधिकारियांे और कर्मचारियों से लोगों को मतदान को लिए प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशन पर इस बार को आम चुनाव में कुछ परिवर्तन होने जा रहा है। कहा कि घर में उपस्थित मतदाता ही अपना वोट दे सकेंगे। कहा कि मतदाताओं को मतदान स्थल पर पार्टी एजेंटों द्वारा दी जाने वाली मतदाता पर्ची को अब पार्टी के एजेंट नहीं देंगे। निर्वाचन आयोग ने यह जिम्मेदारी अब बीएलओ को सौंपी है। बीएलओ मतदान दिवस से पूर्व ही घर-घर जाकर मौजूद सदस्यों को मतदान की पर्ची उपलब्ध करायें। यहीं नहीं मतदाता अगर घर में नहीं रहता तो उसके मतदान की पर्ची निर्वाचन कार्यालय में ही रहेगी। इसके अलावा बिना मतदाता पर्ची के कोई मतदान नहीं कर पायेगा। उन्होंने देश के लोकतंत्र में 1952 में हुए पहले आम चुनाव से लेकर वर्ष 2014 के चुनाव के बदलते परिवेश के बारे में विस्तार से जानकारियां दी।
साथ ही चुनाव को लेकर अपने अनुभव भी साझा किये। उन्होंने कहा कि पहले आम चुनाव में लगभग 14 सौ से अधिक प्रत्याशी मैदान में थे। जबकि वर्ष 2014 के चुनाव में लाखों प्रत्याशियों ने अपने नामांकन भरे। साथ ही वर्ष 2014 में लगभग 86 करोड़ मतदाताओं का नाम निर्वाचन नामावली में शामिल किये गये। निर्वाचन नामवली में नाम दर्ज करने में लगभग 3 हजार 775 करोड़ रूपये खर्च हुए। कहा कि एक मतदाता का नाम पंजीकृत करने में करीब लगभग 40 रूपये खर्च हुए। लिहाजा सभी मतदाता अपने मताधिकार का अवश्य प्रयोग करें। साथ ही अपने पड़ोसी और सगे संबंधियों को भी अनिवार्य मतदान के लिए जागरूक करें। उन्होंने लोगों से असर्मथ वृद्ध और निशक्तजनों को भी मतदेय स्थल तक लाकर लोकतंत्र में अपना अहम योगदान देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि कई मतदाता ऐसे हैं जो कि निर्वाचन नामावली में अपना नाम पंजीकृत करवा देते हैं और मतदान दिवस पर वोट नहीं डालते। कहा कि ऐसे मतदाताओं की जांच करायी जाएगी ताकि वे भविष्य के चुनाव में अपना नाम एक ही क्षेत्र में पंजीकृत करायें। जिलाधिकारी ने वीवी पैड, ईवीएम आदि के भी जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा जारी आवश्यक दिशा निर्देशों से भी अवगत कराया। कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशन पर ईवीएम द्वारा 50-50 माॅक पोल एक पार्टी के हित में किये जाएंगे। पार्टी एजेंट के सामने माॅक पोल की गिनती कर एजेंट के हस्ताक्षर को सील किया जाएगा। उन्होंने मतदाताओं को लोकतंत्र के महापर्व अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभाग करने की भी अपील की। कार्यक्रम के दौरान मतदान को लेकर हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता और उप विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप एस कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी दीप्ति सिंह, अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा, एपीडी सुनील कुमार, पीडीआरओ एमएम खान समेत विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।