जनपद रुद्रप्रयाग की राष्ट्रीय राजमार्ग सड़के गड्ढामुक्त

मानसून उपरान्त 80 किलोमीटर पैच मरम्मत कार्य पूर्ण
जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में 31 अक्टूबर तक पूर्ण होंगे शेष कार्य
रुद्रप्रयाग:जिलाधिकारी प्रतीक जैन के निर्देशों के अनुपालन में जनपद रुद्रप्रयाग के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड में मानसून 2025 के उपरांत चिन्हित पैच मरम्मत कार्य तेजी से संपन्न किए गए हैं। अधिशासी अभियंता, राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड, लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग ओंकार पांडे ने अवगत कराया कि इस खण्ड के अंतर्गत कुल 80 किलोमीटर पैच मरम्मत का कार्य पूर्ण किया जा चुका है।इसमें जनपद रुद्रप्रयाग के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 07 (पुराना 58) में 5 किलोमीटर, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 107 (पुराना 109) में 28 किलोमीटर, तथा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 107ए में 10 किलोमीटर क्षेत्र को गड्ढा मुक्त किया गया है।

अधिशासी अभियंता ने बताया कि लगातार वर्षा और जलभराव के कारण कुछ स्थानों पर पुनः गड्ढे उत्पन्न हो गए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से विजयनगर गधेरा, पुराना देवल, गंगानगर तथा काकड़ागाड़ वाईन शॉप के निकटवर्ती क्षेत्र शामिल हैं। पुराना देवल में पैच मरम्मत आज की जा चुकी है तथा इन  शेष स्थलों पर पैच मरम्मत का कार्य 31 अक्टूबर, 2025 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

उन्होंने  यह भी बताया गया कि काकड़ागाड़ स्लाइडिंग तथा तरसाली स्लाइडिंग का अनुरक्षण कार्य अनुरक्षण निर्माण खण्ड, लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ द्वारा किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 107 (पुराना 109) के किमी 18.700 से 21.850 तक ैजतमदहजीमदपदह हेतु अनुबंध गठित है, जिसमें विजयनगर गधेरा के पास कलवर्ट निर्माण प्रस्तावित है। जलभराव के कारण इन क्षेत्रों में पैच अस्थायी रूप से टिक नहीं पा रहे हैं, जिन्हें पानी सूखने के उपरांत पुनः कराया जाएगा।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 107 के किमी 22 गंगानगर क्षेत्र में पूर्व अलाइनमेंट में दीवार निर्माण प्रस्तावित है। वर्तमान में यातायात किराए की भूमि पर सुचारू रूप से संचालित हो रहा है। अन्य स्थानों पर जहां सिंकिंग (धंसाव) हुई है, वहां अस्थायी रूप से उपचार कर यातायात सुचारु रखा गया है। स्थायी उपचार हेतु प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं।

उन्होंने  कहा कि विभाग द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गों को पूर्ण रूप से गड्ढा मुक्त बनाए रखने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है, ताकि यात्रियों को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *