नवरात्रि: 700 वर्षों बाद बन रहा है ऐसा योग

नई दिल्ली: हिन्दू धर्म में चैत्र नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 22 मार्च 2023, बुधवार (Chaitra Navratri 2023 Date) के दिन हो रहा है। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर ग्रहों का अद्भुत संयोग बन रहा है।

खास बात यह है कि इस महासंयोग का निर्माण 700 वर्षों के बाद हो रहा है। साथ ही इस दिन सात ग्रह 4 राशियों में विराजमान होंगे, जिसके प्रभाव से इस महासंयोग का निर्माण हो रहा है।

ज्योतिष विद्वानों के अनुसार वर्तमान समय में गुरु ग्रह मीन राशि आसीन हैं और मेष राशि में बुध ग्रह हैं। सूर्य देव मीन राशि में उपस्थित हैं और शनि देव स्वराशि में कुंभ में बैठे हुए हैं। अब जल्द ही शुक्र मेष राशि में गोचर करेंगे और इस राशि में राहु पहले से ही उपस्थित है।

ग्रहों के इस अद्भुत गठबंधन से मालव्य, केदार, हंस और महाभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि मालव्य योग का निर्माण मेष राशि में शुक्र गोचर से हो रहा है और मीन राशि में हंस योग और लग्न में सूर्य देव की उपस्थिति से महाभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस महायोग के निर्माण से कुछ राशियां ऐसी हैं, जिन्हें इस अवधि में सर्वाधिक लाभ होगा।

4 मार्च को शुक्र ग्रह मेष राशि में गोचर करेंगे, जिसके कारण मालव्य योग का निर्माण होता है। मालव्य योग का सबसे अधिक शुभ प्रभाव कन्या राशि के जातकों पर पड़ेगा। साथ ही मिथुन राशि के जातकों पर भी हंस और मालव्य योग शुभ प्रभाव पड़ेगा।

महाभाग्य योग के निर्माण से मीन राशि के जातकों को शुभ परिणाम दिखाई देता है। इस अवधि में इन सभी राशियों को धन लाभ और भाग्य में उन्नति का आशीर्वाद मिलेगा। साथ जीवन में आ रही कई समस्याएं दूर हो जाएंगी।

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