नई दिल्ली. गूगल (Google) की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) ने हाल ही में 12,000 कर्मचारियों की छंटनी (Layoffs) करने का ऐलान किया था. कंपनी ने जिन कर्मचारियों की छंटनी की है उनमें गूगल के मेंटल हेल्थ और वेलबीइंग विभाग की प्रमुख क्रिस्टिन मैक्ज़को भी शामिल हैं.
इन पर गूगलर्स को तनावमुक्त रखने की जिम्मेदारी थी. वे कंपनी के साथ पिछले 15 सालों से थीं और उन्होंने कई विभागों में अपनी सेवाएं दी हैं. साल 2021 में उन्हें मेंटल हेल्थ और वेलबीइंग विभाग का दायित्व सौंपा गया था. उनके साथ ही विभाग से कई और कर्मचारियों को भी निकाल दिया गया है.
Google ही नहीं, अन्य टेक दिग्गज जैसे Microsoft, मेटा और अमेज़न ने पिछले दो महीनों में हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. जिन कर्मचारियों की नौकरी गई है, वे अब सोशल मीडिया पर अपनी व्यथा बता रहे हैं.
क्रिस्टिन ने भी लिंक्डइन पर पोस्ट लिखकर अपना दिल हल्का किया है. क्रिस्टिन के साथ ही वेलबीइंग टीम में काम करने वाली एलिज़ाबेथ चा को भी इस महीने की शुरुआत में नौकरी से निकाल दिया गया. चा, स्केल प्रोग्राम की प्रमुख थीं.
क्रिस्टिन ने लिंक्डइन पर लिखा, “पिछले कुछ दिनों में मेरे मन में बहुत सारी भावनाएँ हैं. मैं अपने उन दोस्तों और सहकर्मियों को छोड़कर बहुत दुखी हूं, जिनके साथ मैंने Google में काम किया है. मैं जीवन की नई शुरुआत कर रही हूं और नई परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश कर रही हूं.”
क्रिस्टिन और उनके साथियों को ऐसे समय में नौकरी से निकाला गया है, जब गूगल में काम करने वाले कर्मचारियों को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी. ऐसा इसलिए है क्योंकि Google कर्मचारी बड़े पैमाने पर लोगों की नौकरी जाने के कारण कठिन दौर से गुजर रहे हैं.
क्रिस्टिना ने लिखा वेलबीइंग टीम में बचे हुए कर्मचारियों के बारे में कहा है कि उनके कंधों पर अब और ज्यादा जिम्मेदारी आ गई है. उन्होंने लिखा, “जो लोग बचे हुए हैं, उनकी Googlers को अब पहले से कहीं अधिक आपकी आवश्यकता है,
मैं यह देखने को उत्सुक हूं कि आप क्या करेंगे.” Google ने अभी औपचारिक रूप से यह घोषणा नहीं की है कि मेटल हेल्थ एंड वेलबीइंग विंग कार्य करना जारी रखेगा या नहीं.
मैक्ज़को के अलावा वेलबीइंग टीम में काम करने वाली एलिज़ाबेथ चा को भी नौकरी से निकाल दिया गया है. स्केल प्रोग्राम की प्रमुख चा थी. उन्होंने गूगल में 19 साल तक काम किया.
उन्होंने लिंक्डइन पर लिखा कि कॉलेज के बाद उन्होंने गूगल ज्वाइन किया. अब अचानक उन्हें जाने को कह दिया गया है. उन लोगों को छोड़ते वक्त दिल टूट गया है. क्योंकि गूगल में मेरा एक परिवार बन गया था. अचानक से यह रिश्ता टूटना बहुत दुखदायी है.