नई दिल्ली. दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft layoff) इस साल हजारों को कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती है. ये छंटनियां एचआर और इंजीनियरिंग विभाग में की जाएंगी.
यूके के एक न्यूज चैनल स्काई न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि माइक्रोसॉफ्ट अपने मानव संसाधन का 5 फीसदी कम करेगा. इसका मतलब है कि कंपनी करीब 11,000 लोगों को नौकरी से निकालेगी. हालांकि, इस पर कंपनी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है.
मनीकंट्रोल में छपी एक खबर में मॉर्निंग स्टार के एनालिस्ट डैन रोमानॉफ के हवाले से लिखा गया है कि माइक्रोसॉफ्ट में छंटनियों का एक और दौर यह बता रहे कि हालात अभी सुधरने की बजाय अब और बिगड़ रहे हैं.
माइक्रोसॉफ्ट अपने एचआर विभाग से 1/3 लोगों को बाहर कर सकती है. ब्लूमबर्ग का कहना है कि इस बार की छंटनी पिछले कई सालों में सबसे बड़ी होगी. कंपनी के पास 30 जून 2022 तक कुल 2,21,000 का वर्किंग स्ट्रेंथ थी. इसमें से 1,22,000 लोग अमेरिका में और बाकी 99,000 अन्य देशों में कार्यरत थे.
पिछले कई तिमाहियों में पर्सनल कंप्यूटर की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है. इसकी वजह से कंपनी के विंडोज और अन्य डिवाइस की सेल भी काफी प्रभावित हुई है. यही कारण था कि पिछले साल जुलाई में कंपनी ने कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था.
कंपनी ने तब कहा था कि बहुत छोटी संख्या को बाहर किया गया है जबकि अक्टूबर में न्यूज वेबसाइट Axios ने बताया था माइक्रोसॉफ्ट ने करीब 1000 लोगों की छंटनी की थी.
माइक्रोसॉफ्ट ऐसी पहली टेक कंपनी नहीं है जो इस साल बड़े स्तर पर छंटनी करने की योजना बना रही है. इससे पहले अमेजन, सेल्सफोर्स और कॉइनबेस की अगुआई में 91 टेक कंपनियों ने साल के पहले 15 दिनों में ही 24,151 लोगों की छुट्टी कर दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब गूगल भी बहुत बड़े स्तर पर छंटनी की तैयारी में लग गई है.
कहा जा रहा है कि गूगल भी करीब 11,000 लोगों की छंटनी करेगी. टेक कर्मचारियों के लिए साल 2022 भी काफी निराशाजनक रहा था. मेटा, ट्विटर, ओरेकल, स्नैप और इंटेल समेत कई अन्य टेक कंपनियों ने पिछले साल कुल 1,53,110 छंटनियां की थी. केवल नवंबर के महीने में ही 51489 लोगों को बाहर कर दिया गया था.