नई दिल्ली : बजट पेश होने के बाद से अब तक संसद में एक भी दिन चर्चा नहीं हो पाई है। गौतम अदाणी मामले को लेकर विपक्षी दल लगातार संसद के दोनों सदनों में हंगामा कर रहे हैं और इस मामले पर संसदीय कमेटी बनाने की मांग कर रहे हैं, उधर सत्ता पक्ष राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की मांग कर रहा है। आज भी हंगामे के बाद लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया गया है।
उधर, कांग्रेस ने आज देश भर में एलआईसी कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही है।राज्यसभा में भी विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन जारी रहा। इस बीच सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया गया है।विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही को दो बजे तक स्थगित कर दिया गया है।
अदाणी मामले को लेकर कांग्रेस ने देशभर में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। कांग्रेस कार्यकर्ता एसबीआई और एलआईसी कार्यालयों के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं।संसद की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। लोकसभा में विपक्षी सांसद वेल में आकर लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। लोकसभा सांसद विपक्षी सांसदों से चर्चा होने देने की मांग कर रहे हैं।संसद के दोनों सदनों लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। आज भी अदाणी मामले को लेकर हंगामे के आसार जताए जा रहे हैं।
अदाणी मामले पर कांग्रेल सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) जांच चाहते हैं, सरकार हर चीज को छिपाना चाहती है। सरकार की पोल खुल गई है।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमने जो नोटिस (267) दिया है, उस पर चर्चा होनी चाहिए, क्योंकि ये राष्ट्रपति के अभिभाषण से अलग विषय है। हम चाहते हैं कि पहले इस पर चर्चा हो। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हम चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन पूरे देश में जो गड़बड़ी हो रही है उस पर PM जवाब दें।
संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) या सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में अदाणी समूह के मामले की जांच की मांग को लेकर विपक्षी सांसद संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के विरोध में इकट्ठा हुए। विपक्षी सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया।
विपक्षी दलों कांग्रेस, डीएमके,एनसीपी, बीआरएस, जदयू, सपा, सीपीएम, सीपीआई, केरल कांग्रेस (जोस मणि), जेएमएम, राजद, आरएसपी, आप, आईयूएमएल, राजद और शिवसेना ने संसद सत्र से पहले अहम बैठक की। मीटिंग LoP मल्लिकार्जुन खरगे के चैंबर में हुई।
इस दौरान अदाणी-हिंडनबर्ग और अन्य मुद्दों पर रणनीति बनाने पर चर्चा हुई। सूत्रों की मानें तो विपक्षी दलों ने फैसला किया है कि वे संसद के दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव देंगे। अदाणी मामले पर चर्चा की मांग की जाएगी। इसके अलावा कोई और काम नहीं होगा।
अदाणी समूह-हिंडनबर्ग मामले पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत सीपीआई (एम) सांसद एलामारम करीम ने सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया। नोटिस में लिखा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अदाणी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों की उच्च स्तरीय जांच आवश्यक है। इसकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिन-प्रतिदिन के आधार पर निगरानी की जानी चाहिए।
अदानी मुद्दे पर संसद के लिए विपक्ष की रणनीति पर लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अब हमारी बैठक होगी। पूरा विपक्ष एक साथ आएगा, चर्चा होगी और फैसला होगा। यह केवल कांग्रेस का मुद्दा नहीं है, बल्कि भारत के आम लोगों का मुद्दा है।
विपक्ष के नेता राज्यसभा और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम संसद में अदाणी और हिंडनबर्ग का मुद्दा उठाएंगे। सरकार इतने बड़े मुद्दे पर चुप है, खासकर पीएम मोदी। सरकार को विपक्ष की बात को सुनना चाहिए और जवाब देना चाहिए।
बीआरएस के सांसद के केशव राव ने अदाणी समूह-हिंडनबर्ग रिसर्च मामले पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया।
अदाणी समूह-हिंडनबर्ग रिसर्च मुद्दे पर चर्चा के लिए कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की भी मांग की है। साथ ही उन्होंने सदन से अनुरोध किया है कि पीएम को सार्वजनिक धन के वास्तविक नुकसान का खुलासा करने का निर्देश दिया जाए।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत एलआईसी, एसबीआई द्वारा निवेश में धोखाधड़ी के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए व्यावसायिक नोटिस का निलंबन दिया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और वित्तीय संस्थान बाजार मूल्य खो रहे हैं, करोड़ों भारतीयों की मेहनत की बचत को खतरे में डाल रहे हैं।