उदय दिनमान डेस्कः उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश के कहर के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों से स्थिति का जायजा लिया है. जबकि, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने बारिश प्रभावित राज्यों को ‘पीएम केयर्स फंड’ से राहत देने की मांग की है.
हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से दिल्ली में यमुना सहित कई नदियां उफान पर हैं. उत्तर भारत क्षेत्र में कई सड़कें और आवासीय इलाके घुटने तक पानी में डूब गए हैं. कई जगहों पर बाढ़ के सैलाब में वाहन बहते नजर आए. आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान को पार चुकी है. वहीं कई इलाकों में सोमवार के दिन भी रूक-रूक के बारिश होती रही.
भारी बारिश की वजह से उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो गई हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विभिन्न जिलों में हुई भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ और जलभराव की स्थिति की सोमवार को समीक्षा की. कुछ दिनों में राज्य की नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की आशंका के मद्देनजर हर वक्त ‘अलर्ट मोड’ में रहने के आदेश दिए हैं.
हिमाचल प्रदेश भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जहां भूस्खलन से चार और लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग फंसे हैं. मौसम विभाग ने सोमवार को भारी बारिश के अनुमान को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश की वजह से भूस्खलन के कारण कई जगहों पर रास्ते बंद पड़े हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पूरे प्रदेश भर में सैलानियों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है.
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण भीषण बाढ़ के हालात हैं. प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है. मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सुबह से ही बारिश हो रही है. चंडीगढ़, पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, करनाल, कुरूक्षेत्र समेत हरियाणा के अन्य स्थानों पर भारी बारिश हुई, वहीं पंजाब के फतेहगढ़ साहिब, मोहाली, रूपनगर और पटियाला में भी यही हाल है. चंडीगढ़ में भी पिछले तीन दिनों के दौरान रिकॉर्ड बारिश हुई और कुछ सड़कें बारिश के पानी से भर गईं.
राजस्थान के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण सोमवार को सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा. सिरोही के माउंट आबू में पिछले 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक 231 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. सिरोही, अजमेर, पाली, करौली, जयपुर, जालौर, टोंक और सीकर में कई जगहों पर भारी बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर सोमवार को भी बारिश और भूस्खलन होने से कई मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हुआ है. मौसम विभाग ने भारी बारिश होने की संभवाना जाताई है. पिछले 24 घंटों में कोटी में सर्वाधिक 155 मिमी, भगवानपुर में 88, चकराता में 74.3, विकासनगर में 66.5, मसूरी में 60.2, पुरोला में 60, हरिद्वार में 57, कालसी में 55.5, मोरी में 53, बड़कोट में 51, धनोल्टी में 45 और लक्सर में 40 मिमी बारिश दर्ज की गई.