उदय दिनमान डेस्कः वैज्ञानिकों ने इंडोनेशिया में एक मरीज में ‘अब तक का सबसे म्यूटेंट कोविड के वेरिएंट की खोज की है. जकार्ता में एक रोगी के घाव से डेल्टा का मॉर्फ्ड डेल्टा वर्जन मिला है. 37 ऐसे प्रोटीन के म्यूटेंट मिले है जो इस स्वरूप का प्रयोग करके मनुष्यों के शरीर में प्रवेश करते हैं. रिसर्चर्स ने बताया कि ये अब तक का सबसे खतरनाक कोविड वेरिएंट हो सकता है.
वहीं, वैज्ञानिकों ने बताया कि अभी तक इसका सबूत नहीं मिला है जिससे ये खत्म हो जाएगा. अगर ये लोगों को संक्रमित करता है तो लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. डॉक्टरों ने बताया कि ये लक्षण जिस रोगी से मिला वह एक कोविड लक्षण से ठीक हो कर नए संक्रमण से जूझ रहा था. वहीं, नए वायरस के रिकॉर्ड को जुलाई के पहले हफ्ते में इंटरनेशनल डेटाबेस में अपलोड कर दिया गया है.
वैज्ञानिकों ने बताया कि ये क्रोनिक संक्रमण कमजोर प्रतिरक्षा प्राणली वाले रोगियों में होते हैं जो या तो कैंसर या एड्स के इलाज करा रहे होते हैं. इस कोविड के वेरिएंट से मनुष्य का प्रतिरक्षा प्रणाली कम हो जाता है. वहीं शरीर में प्रोटीन स्पाइक में परिवर्तन वैज्ञानिकों को काफी चिंतित करता है.
वारविक यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट प्रोफ़ेसर लॉरेंस यंग ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि नए खोजे गए स्ट्रेन में आगे बढ़ने और दूसरों को संक्रमित करने की कोई क्षमता है या नहीं. ये नया वेरिएशन खुद को स्थापित करने के लिए ओमिक्रोन के स्वरूपों को हरा सकता है. लेकिन सबसे बड़ा डर ये है कि इस वेरिएशन का गुपचुप तरीके से उभरना. प्रोफेसर यंग ने बताया कि हमे इस वेरिएंट को लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और इसको लेकर काफी चौकन्ना रहना होगा.