राज्य सरकार व खेल मंत्रालय से नहीं मिल रहा खिलाड़ियों को सहयोग : नेगी

10 से 14 फरवरी तक उत्तराखंड की इस्नों टीम कश्मीर के गुलमर्ग में करेगी प्रतिभाग
स्वयं के खर्चे से रवाना हुए 28 खिलाड़ी व 2 कोच उत्तराखंड के 12 गोल्ड मेडलिस्ट कर रहे प्रतिभाग
देहरादूनः जहां एक और केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर सुविधाएं मुहैया कराने की बातें की जाती है.

वही कई ऐसे खिलाड़ी भी रहते हैं जो सरकारों की उदासीनता के चलते अपने प्रदर्शन को उस मुकाम तक नहीं ले जा पाते हैं जहां पर हुए राज्य और राष्ट्र का नाम रोशन कर सकें और सरकार की उदासीनता व संसाधनों के अभाव में खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने से चूक जाता है तथा उसका हौसला टूट जाता है.

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने राज्य की खेल नीति पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार द्वारा खिलाड़ियों को प्रतियोगिताओं में आने जाने तक की व्यवस्थाओं में भी मदद नहीं की जा रही है ऐसे में खिलाड़ी स्वयं के खर्चे से प्रतियोगिता में जा रहे हैं.

श्री नेगी ने कहा कि खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में इस्किंग प्रतियोगिता में इसकी एंड स्नोबोर्ड एसोसिएशन द्वारा उत्तराखंड की टीम को प्रतिभाग करने के लिए ले जाया जा रहा है जिसकी सूचना बोर्ड द्वारा पूर्व में राज्य सरकार व खेल मंत्रालय को भी दे दी गई थी.

सरकार के नकारात्मक रवैया के चलते खिलाड़ियों ने अपने खर्चे पर जाने का निर्णय लिया श्री नेगी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में खेलो इंडिया कार्यक्रम में उत्तराखंड के 28 खिलाड़ियों में से 12 खिलाड़ी गोल्ड मेडलिस्ट है जो कि राज्य के लिए तो गौरव का विषय है.

मगर शायद वर्तमान सरकार की नजर इन खिलाड़ियों पर नहीं पड़ी है जिन्होंने पूर्व में के खेलों में राज्य का नाम रोशन किया है उन्होंने बताया कि पूर्व की सरकारों द्वारा इन खिलाड़ियों को उनके अच्छे प्रदर्शन को लेकर एक एक लाख रुपए के नगद पुरस्कार से नवाजा गया था और आज एक खिलाड़ी अपने संसाधनों से उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं.

सरकार के उदासीन रवैया के कारण खेल प्रेमियों में भारी नाराजगी बनी हुई है श्री नेगी ने कहा कि जहां अन्य प्रदेशों से खेलो इंडिया कार्यक्रम में अपने राज्य के खिलाड़ियों को सभी सुविधाओं के साथ ही हवाई मार्ग से भेजा जा रहा है वहीं उत्तराखंड की टीम अपने खर्चे पर सड़क मार्ग से 7 फरवरी को रवाना हुई उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खिलाड़ियों की अनदेखी कर खुद खेलो इंडिया कार्यक्रम पर पलीता लगाए जा रहे हो

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