नई दिल्लीः भारत-पाकिस्तान में गजब ही जंग चल रही है. पाकिस्तानी आर्मी इंतजार कर रही है कि भारत कब अटैक करेगा, इधर पीएम मोदी सिर्फ मीटिंग कर रहे हैं. न किसी मंत्री का बयान है, न सरकार कुछ कह रही है. लेकिन सिर्फ मीटिंग से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर की नींद उड़ गई है. पीएम मोदी ने ‘माइंड गेम’ में ऐसे फंसाया है कि गोली-बारूद तो छोड़िए, आठ दिन में ही पाकिस्तान के नेता सरेंडर की बातें करने लगे हैं. पाकिस्तानी डिफेंस मिनिस्टर ने तो यहां तक कह डाला, ‘हम चाहते हैं कि किसी तरह जंग टल जाए.’
पहलगाम हमले के वक्त पीएम मोदी सऊदी अरब में थे, लेकिन जैसे ही उन्हें खबर मिली, तुरंत गृहमंत्री अमित शाह से बात की. उन्हें पहलगाम जाने का आदेश दिया. शाह शाम को ही कश्मीर पहुंच गए. अफसरों के साथ ताबड़तोड़ मीटिंग की और सुबह पहलगाम में थे. इधर, पीएम मोदी सऊदी अरब का दौरा बीच में ही छोड़कर भारत लौट आए. आते ही उन्होंने एयरपोर्ट पर ही अफसरों के साथ मीटिंग ली.
साफ हो गया कि भारत तो कुछ बड़ा करने वाला है. इसके बाद कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक बुला ली गई. नई दिल्ली में ये सबकुछ चल रहा था, उधर पाकिस्तान की सांसें उखड़ने लगीं. उनके नेता सफाई देने लगे कि पहलगाम हमले से उनका कोई लेना देना नहीं है. जबकि भारत के किसी नेता ने पाकिस्तान का नाम तक नहीं लिया था.
इसके बाद पीएम मोदी ने पाकिस्तान की कमर तोड़ने के लिए एक के बाद एक कड़े फैसलों का ऐलान कर दिया. सिंधु जल संधि निलंबित कर दी, वीजा कैंसिल कर दिए. पाकिस्तानियों को वापस भेजने का ऐलान कर दिया. राजदूतों को निष्कासित कर दिया. इसकी चोट पाकिस्तान को इतनी तगड़ी लगी कि उनके नेता खून की नदियां बहाने तक की बातें करने लगे.
कोई परमाणु बम से अटैक की धमकी देने लगा तो कोई भारत पर हमले की बात करने लगा. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने तो एक इंटरव्यू में कह डाला कि ‘भारत दो तीन दिन में पाकिस्तान पर हमला करने वाला है.’ लेकिन भारत की ओर से न तो किसी मंत्री ने और न ही सुरक्षा से जुड़े किसी शख्स ने इस पर प्रतिक्रिया दी. उधर, पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर तो कहीं गायब ही हो गए. उनका अब तक पता नहीं चला है.
इसके बाद पीएम मोदी जब भी भारत में मीटिंग कर रहे हैं, पाकिस्तान के नेता पागलों की तरह इधर-उधर भाग रहे हैं. पाकिस्तान के विदेश मंत्री कभी भारत के दोस्तों रूस के राष्ट्रपति पुतिन से गुहार लगाते दिखे तो कभी यूएई और सऊदी अरब के नेताओं से भारत को रोकने की अपील करते दिखे. यहां तक कि उन्होंने अमेरिका तक से गुहार लगा डाली. मंगलवार को तो गजब हो गया. शाम को पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के चीफ के साथ मीटिंग की और आर्मी को अटैक करने की खुली छूट दी तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ टेंशन में आ गए.
पीएम मोदी की मीटिंग खत्म होत ही शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र के चीफ एंटोनियो गुटेरस को फोन मिला दिया. उनसे भारत को रोकने की अपील की. गुटेरस को लगा सच में तुरंत अटैक होने वाला है, तो उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को फोन किया. हालांकि, जयशंकर ने उन्हें समझा दिया कि भारत रुकने वाला नहीं है.
यह सबकुछ चल ही रहा था कि रात को 2 बजे पाकिस्तान के इंफार्मेशन मिनिस्टर अचानक प्रेस कांफ्रेंस करने लगे. यह दावा करके चौंका दिया कि हमें इनपुट मिला है कि ‘भारत पाकिस्तान पर अगले 24 से 36 घंटे में अटैक करने वाला है.’ जिस तरह उन्होंने आधी रात को प्रेस काफ्रेंस की उससे साफ हो गया कि पाकिस्तान की आर्मी और उनके मंत्री रात को सो नहीं पा रहे हैं. उन्हें हर पल भारत के हमले का खौफ सता रहा है.
बुधवार की सुबह भी कुछ ऐसा ही सीन रहा. पीएम मोदी ने एक के बाद एक पांच मीटिंग की तो पाकिस्तान को समझ आ गया कि भारत अब रुकने वाला नहीं है. मीटिंग खत्म होते ही पाकिस्तान के रक्षा ख्वाजा आसिफ कहने लगे कि ‘अल्लाह करे यह जंग टल जाए.’ उधर पाकिस्तानी आर्मी भी प्रेस कांफ्रेंस में गिड़गिड़ाती नजर आई. कहा, हमने भारत से कई बार सबूत मांगा, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई डाक्यूमेंट नहीं दिए हैं. वे सिर्फ आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्हें सबूत तो देना चाहिए.
खौफ इतना ज्यादा है कि पाकिस्तानी आर्मी ने दावा कर डाला कि इंडियन एयरफोर्स के 4 राफेल फाइटर जेट कश्मीर में घूम रहे हैं. जब हमें पता चला तो हमने अपने लड़ाकू विमान भेजे, जिससे वे वापस लौट गए. साफ है कि पीएम मोदी के माइंड गेम में पाकिस्तान की हालत खराब है. वे किसी भी तरह जंग रोकना चाहते हैं, लेकिन उन्हें खौफ सता रहा है. उनकी रातों की नींद उड़ गई है.