काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक कार बम धमाके में 14 की मौत एवं 145 लोग घायल हो गए हैं। इस हमले में पुलिस मुख्यालय को निशाना बनाया गया था। इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने इस जानकारी की पुष्टि की है।
इंटीरियर मिनिस्ट्री के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने उन खबरों को खंडन किया कि विस्फोट के बाद गोलीबारी भी हुई थी। रहीमी ने बताया कि यह बम धमाका तब हुआ जब एक चेक प्वॉइंट पर स्टेशन के बाहर एक गाड़ी रोकी गई। मंत्रालय का कहना है कि यह धमाका मुख्य शहर से दूर पश्चिमी इलाके में हुआ। इस हमले में कई महिलाएं एवं बच्चे भी घायल हैं।
तालिबान ने यह धमाका ऐसे वक्त किया है, जब दो दिन पूर्व कतर की राजधानी दोहा में तालिबान के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि जल्माय खलीलजाद की 8वें चरण की वार्ता संपन्न हुई।
खलीलजाद ने इस शांति वार्ता को बहुत सकारात्मक बताया था। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि अमेरिका किसी भी हाल में अफगानिस्तान की धरती पर तालिबान नियंत्रण वाले क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय आतंववाद का अड्डा नहीं बनने देगा।
बता दें कि इसके पहले भी काबुल में कई बम धमाके हो चुके हैं। पिछले महीने की एक जुलाई को शक्तिशाली बम धमाके से शहर दहला उठा था। काबुल में हुए शक्तिशाली विस्फोट में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई थी और 68 अन्य घायल हो गए थे। अधिकारियों ने बताया था कि आतंकवादी पुल-ए-महमूद खान में एक निर्माणाधीन इमारत में घुस गए थे। हालात को नियंत्रित करने के लिए क्षेत्र में पहुंचे सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी भी हुई थी।
गौरतलब है कि तालिबान और अमेरिका के बीच पिछले कई महीनों से शांति वार्ता चल रही है। अमेरिका और तालिबान ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी को लेकर शांति वार्ता में उभरे मतभेदों को भी सुलझा लिया है। अमेरिका ने विद्रोहियों से गारंटी ली है कि वे अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ अपने संबंधों को खत्म कर देंगे।