देहरादून:प्रदेश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगभग चार दशक बाद नंदा देवी पर्वत को पर्वतारोहण के लिए खोलने की तैयारी चल रही है। भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन, पर्यटन व वन विभाग इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
पर्यटन सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में साहसिक पर्यटन व पर्वतारोहण विस्तार पर गहन चर्चा की। बैठक में भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन ने नंदा देवी शिखर को पर्वतारोहण के लिए खोलने का प्रस्ताव रखा। 1980 के बाद से नंदा देवी शिखर पर पर्वतारोहण पर रोक लगी है।
इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के दिशानिर्देशों के अनुसार सीमावर्ती पर्वत चोटियों में पर्वतारोहण अभियानों को स्वीकृति व संचालन पर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में मुख्य वन संरक्षक पीके पात्रो, भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन के निदेशक कर्नल मदन गुरूंग, सचिव कीर्ति पायस, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. पूजा गर्ब्याल, टीटीएफ के संस्थापक राकेश पंत आदि मौजूद रहे।
पर्यटन विभाग ने गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान को शीतकाल अक्तूबर से मार्च तक पर्यटकों के लिए खोलने का प्रस्ताव रखा है। इस अवधि में हिम तेंदुए दिखाई देने की संभावना सबसे अधिक होती है। इसके लिए लद्दाख के हेमिस नेशनल पार्क को मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया गया। यह नेशनल पार्क स्नो लेपर्ड के लिए प्रसिद्ध है, जो पर्यटकों के लिए पूरे वर्ष खुला रहता है।
बैठक में वन विभाग ने एकीकृत एकल खिड़की पोर्टल की जानकारी दी। प्रदेश के विभिन्न ट्रेकों पर ट्रैकिंग के लिए पोर्टल पर काम चल रहा है। इसमें पंजीकरण की प्रक्रिया को आसान बनाया जा रहा है। बैठक में ट्रैकिंग रूटों की धारण क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा। ट्रैकरों की संख्या पर निर्धारित करने पर चर्चा की गई।
भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन के अध्यक्ष कर्नल विजय सिंह ने प्रस्ताव रखा किया हर साल राष्ट्रीय स्तर का एडवेंचर टूरिज्म मीट का आयोजन किया जाए। इसमें सभी टूर ऑपरेटरों, स्टेक होल्डर्स और साहसिक पर्यटन क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाया जा सकता है।