धार्मिक भावनाओं को आहत करते रहे हैं रावत, माफ़ी नहीं प्रायश्चित करने का वक़्त : चौहान

देहरादून:भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने पंजाब में पंच प्यारे के संबंध में दिए बयांन को दुर्भाग्यपूर्ण और आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हमेशा से ही धार्मिक भावनाओं को आहत करते रहे हैं और राजनैतिक महत्त्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए वह तुष्टिकरण में पीछे नहीं रहते।

हरीश रावत को उतराखंड में भी अपने अध्यक्ष की भगवान गणेश से तुलना करने पर भी देव भूमि की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर छाए पोस्टर और श्री रावत के द्वारा समय समय पर कांग्रेस अध्यक्ष की भगवान से तुलना करने पर स्पष्ट है कि वह राजनीति के लिए धार्मिक रूप से किसी को भी आहत करने में पीछे नहीं है।

श्री चौहान ने कहा कि श्री रावत सभी धर्मो को किसी न किसी रूप में आहत कर रहे हैं तो यह शोध का विषय नहीं है कि वह किसे खुश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की नीति की वजह से ही उत्तराखण्ड की जनता ने उन्हें नकार दिया और हाल ही में उन्होंने अपनी छवि से उबरने के लिए अन्य दलों के नेताओं के खिलाफ अभियान छेड़ दिया था। रावत को तुष्टिकरण के लिए भी माफ़ी मांगनी चाहिए।

श्री चौहान ने कहा कि रावत को जनता से माफ़ी माँगने के बजाय अब प्रायश्चित्त भीकरना चाहिए,क्योंकि अब तक जिस तरह उन्होंने धार्मिक क्षेत्र के अलावा राजनैतिक,सामाजिक क्षेत्र में भी जन भावनाओं को आहत किया है अब उनके लिए राजनैतिक महत्त्वाकांक्षाओं को छोड़कर यही विकल्प है।

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