हेमकुंड साहिब के लिए भी पंजीकरण शुरू

देहरादून: चारधाम यात्रा के लिए 12 लाख से अधिक लोग पंजीकरण करा चुके हैं। वहीं हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए भी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, अब तक दो हजार लोगों ने पंजीकरण कराया है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने सोमवार को शासन के अधिकारियों के साथ चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में बैठक ली।

राज्यपाल ने कहा, चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवस्था की पहचान है। यात्रा को सहज, सुगम और व्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए विभागों सहित सभी हितधारकों का आपसी समन्वय जरूरी है। राज्यपाल ने कहा, यह नौ से पांच की ड्यूटी नहीं है, इसमें हर अधिकारी एवं कर्मचारी को पूरे समर्पण भाव से काम करना होगा।

उन्होंने कहा यात्रा को लेकर पिछले वर्षों के अनुभवों से सीख लेते हुए हमारे लिए इस वर्ष सभी चुनौतियों से निबटने का प्लान तैयार करना जरूरी है। हर विभाग को यात्रियों और आमजन के संपर्क में सबसे पहले आने वाले कर्मचारियों को चिन्हित कर उन्हें प्रशिक्षित करना चाहिए।

उन्होंने कहा, चारधाम यात्रा के दौरान हमें अपनी सेवाओं में लगातार वैल्यू एडिशन करना होगा। इसके साथ नई तकनीकी का प्रयोग हो, जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन, मोबाइल एप आदि के माध्यम से यात्रियों को सुविधाएं दी जाएं।

बैठक में राज्यपाल ने चारधाम यात्रा से जुड़े विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों, पर्यटन विभाग, लोक निर्माण, पुलिस, परिवहन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, चिकित्सा, शहरी विकास, पेयजल, आपदा प्रबंधन, नागरिक उड्डयन, पशुपालन सहित अन्य विभागों की वर्तमान तक की तैयारियों के संबंध में जानकारी ली।

विभागीय अधिकारियों ने बताया सभी तैयारियां यात्रा शुरू होने से पहले सुनिश्चित कर ली जाएंगी। बैठक में प्रमुख सचिव आरके.सुधांशु, सचिव नितेश कुमार झा, सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन, सचिव दिलीप जावलकर, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ.वी मुरूगेशन, आईजी गढ़वाल केएस.नागन्याल, अपर सचिव नितिन सिंह भदौरिया, निदेशक शहरी विकास नवनीत पांडे आदि मौजूद रहे।

बैठक में सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी ने बताया, यात्रा के दौरान लगभग 1600 बसों को चिन्हित किया गया है, इसके अलावा 300 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जा रही है। यात्रा मार्ग पर चलने वाले सभी वाहनों को फिटनेस ग्रीन कार्ड जारी किए जा रहे हैं।

सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया, यात्रा मार्गों में हेल्थ एटीएम स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें 72 तरह की जांच सुविधा उपलब्ध रहेंगी। स्थानीय स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य मित्र का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो होटल आदि में ठहरने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की इमरजेंसी होने पर सहायता करेंगे।

अपर सचिव नागरिक उड्डयन विभाग सी.रविशंकर ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए नौ ऑपरेटर्स की हेली सेवाएं ली जा रही हैं, जिनकी दरें निश्चित कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि आईआरसीटी के माध्यम से भी हेली सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग की जा रही है। हेली बुकिंग से संबंधित शिकायत निवारण प्रक्रिया के लिए नोडल अधिकारी की तैनाती की जा रही है।

अपर सचिव पर्यटन पूजा गर्ब्याल ने बताया, इस वर्ष फरवरी से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। धामों में दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था की शुरूआत की जाएगी, जिससे दर्शन के दौरान अनावश्यक भीड़ से बचा जा सकेगा।

जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक विनोद गिरी गोस्वामी ने बताया, जीएमवीएन की ओर से अस्थायी टेंट कॉलोनियों का निर्माण किया जा रहा है। यात्रा में आने वाले पर्यटकों के लिए 14 टूर पैकेज बनाए गए हैं। वर्षभर चलने वाले टीआरएच में आने वाले यात्रियों को उपहार स्वरूप स्थानीय उत्पाद दिए जाएंगे। जिससे यात्री यहां से अच्छी यादें लेकर जाएं।

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