देहरादून। प्रदेश में नये सर्किल रेट लागू होने के बाद भी जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर उत्साह में कमी नहीं आई है। 24 घंटे के भीतर पूरे प्रदेश में भूमि की 928 रजिस्ट्री हुई हैं। देहरादून में सर्वाधिक 368, हरिद्वार में 268 के आंकड़े के साथ दूसरे और ऊधम सिंह नगर में 114 रजिस्ट्री के साथ तीसरे स्थान पर है।
सर्किल रेट बढ़ने के बाद आश्चर्यजनक ढंग से रजिस्ट्री की संख्या में तेजी देखी गई है। पिछले वर्षों से यह ट्रेंड अलग रहा है। एक दिन पहले हो रही आय में नये सर्किल रेट में लगभग दोगुना वृद्धि देखकर स्टांप एवं निबंधन विभाग भी उत्साहित है।
प्रदेश में गत रविवार से नये बढ़े हुए सर्किल रेट लागू हो चुके हैं। आमतौर पर सर्किल रेट बढ़ने के कुछ दिनों तक भूमि खरीद-बिक्री का कारोबार सुस्त रहता है। लेकिन, सोमवार को उम्मीद के विपरीत अच्छी-खासी संख्या में रजिस्ट्री हुईं।
इससे चालू वित्तीय वर्ष में स्टांप एवं निबंधन विभाग की आय में वृद्धि होने का अनुमान है। विभाग वार्षिक लक्ष्य से अधिक आय अर्जित कर सकता है। चालू वित्तीय वर्ष के पहले चार महीनों में 928 करोड़ की आमदनी स्टांप एवं निबंधन से हुई है। यह कुल वार्षिक लक्ष्य का 33 प्रतिशत है। इसमें और वृद्धि तय है।
चालू वित्तीय वर्ष में स्टांप एवं निबंधन से 2799 करोड़ राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य है। सोमवार को रजिस्ट्री से 8.22 करोड़ की आय प्राप्त हुई, जबकि सर्किल रेट लागू होने से पहले यह दैनिक आय 4.62 करोड़ रुपये रही है।