शीतलहर ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ा

नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में शीतलहर का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में शीतलहर ने बीते 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बुधवार को दिल्ली में शीतलहर का आठवां दिन था, जो बीते 12 सालों में एक महीने में सबसे अधिक है। इससे पहले जनवरी 2020 में दिल्ली में 7 दिन तक शीतलहर का दौर रहा था।

कश्मीर में गुरुवार से बारिश और हिमपात का अलर्ट जारी किया गया है। कश्मीर चिल्लई कलां की चपेट में हैं, ये 40 दिन की वो अवधि है जिस दौरान बर्फबारी की अधिक संभावना रहती है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, 23-24 जनवरी को उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा।

जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, लद्दाख, उत्तराखंड में बारिश के साथ अच्छी बर्फबारी होगी। इसका असर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी में भी देखने को मिलेगी। 26 जनवरी से उत्तर भारत में मौसम साफ होना शुरू हो जाएगा।

राजस्थान में शीतलहर के बीच बारिश और ओले गिरने का अलर्ट है। अगले हफ्ते बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। 23 और 24 जनवरी को राजस्थान सहित उत्तर व मध्य भारत के कई हिस्सों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। चुरू, फतेहपुर, माउंट आबू में लगातार 5वां दिन है, जब तापमान जीरो से नीचे रहा है।

जयपुर मौसम केंद्र की रिपोर्ट की मानें तो सीकर में अगले 5 दिनों तक मौसम शुष्क रहने वाला है। ऐसे में तापमान में उतार-चढ़ाव होने की संभावना है। फिलहाल मौसम विशेषज्ञों की मानें तो सीकर जिले में आज बेहद हल्की बारिश होने की संभावना है। वही सीकर जिले में सुबह से बादलों की आवाजाही भी जारी है।

यूपी के मुजफ्फरनगर में पारा 1.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। जबकि कानपुर में ठंड ने 19 साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए। 22 जनवरी से बारिश के भी आसार जताए गए हैं। मौसम विभाग ने 15 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया।

गुजरात में एक बार फिर कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सुबह से ही लोग कड़ाके की ठंड में ठिठुर रहे हैं। नलिया राज्य में 2 डिग्री तापमान के साथ सर्वाधिक ठंडा शहर बन गया है। वहीं, बनासकांठा जिले के सीमावर्ती इलाके में वाव-थरड और सुइगम को बर्फ की चादर ने ढंक लिया है। ठंड से जीरा, सौंफ, रायडू जैसी फसलों को नुकसान को लेकर किसानों में चिंता की लहर है।

मध्यप्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड से राहत मिल सकती है। ऐसा बादल छाने से होगा। 22 जनवरी से दूसरा वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। ऐसे में भोपाल समेत आधे मध्यप्रदेश में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है। भोपाल, ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश की संभावना है। बादल छंटते ही जनवरी के अंतिम सप्ताह में ठंड की वापसी हो सकती है।

फिलहाल, पूरा प्रदेश कड़ाके की ठंड की जकड़न में है। ग्वालियर-चंबल शीतलहर से कांप रहा है। मध्यप्रदेश में सबसे ठंडा दतिया है। यहां मंगलवार रात का तापमान 2.2 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। ग्वालियर में न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री रहा। भोपाल में इस सीजन में जनवरी की रातें 23 साल में सबसे सर्द रहीं। इंदौर में मंगलवार का दिन भी कोल्ड डे के करीब रहा।

प्रदेश में आठ दिनों तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। शिमला समेत आठ जिलों में 2 दिन भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 20 जनवरी तक चंबा, कुल्लू, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, मंडी और शिमला में बारिश-बर्फबारी की संभावना है।

बिहार के अधिकतर जिलों में गुरुवार को मौसम साफ रहेगा। इसके बावजूद भी लोगों को ठंड सताएगी। दिन में धूप निकलने से लोगों को राहत जरूर मिलेगी। हालांकि मौसम विभाग ने 20 जिलों में घने कोहरे को लेकर अलर्ट भी जारी किया है। बुधवार को बांका जिला सबसे ठंडा रहा, जहां का न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

​​​झारखंड में पश्चिमी विक्षोभ का असर नजर आने लगा है। आसमान में बादल छाए रहे, तापमान में गिरावट आयी तो ठंड भी बढ़ गयी। राज्य में ज्यादातर जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है। मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान किया है कि 21 जनवरी तक मौसम इसी तरह रहेगा।

पंजाब के कई जिलों में न्यूनतम पारा 0 डिग्री, हरियाणा में 50 साल की रिकॉर्ड ठंड
पंजाब में सिर्फ मोहाली जिले को छोड़कर लगभग बाकी सभी जिलों में सोमवार की रात से मंगलवार की सुबह तक न्यूनतम पारा -1 से लेकर 3 डिग्री तक रिकाॅर्ड हुआ है। ऐसा पिछले कई सालों के बाद देखने को मिला है कि 21 जिलों में पाला जमा हो। जब न्यूनतम पारा सामान्य से 4 डिग्री तक ज्यादा नीचे रिकाॅर्ड होता है तो पाला जमता है। बठिंडा और फरीदकोट में न्यूनतम पारा -1 डिग्री रिकाॅर्ड हुआ।

वहीं, पंजाब में भी एक साथ कई जिलों में न्यूनतम पारा 2 डिग्री से नीचे कई सालों के बाद देखने को मिला है। हरियाणा के हिसार में रात का तापमान माइनस 1.3 डिग्री तक चला गया, जो सामान्य से 8 डिग्री कम है। यह सर्दी के सीजन में 50 साल में सबसे कम है। इससे पहले साल 1973 में 29 दिसंबर की रात -1.5° सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।

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