नई दिल्ली : सियासी रणभूमि में सात चरण, 70 दिन और सियासी तस्वीर ! देश में आने वाले 70 दिन सभी को अलग-अलग तस्वीरें दिखाई देंगी। फिर वही राग ये कर देंगे वो कर देंगे, हमने ऐसा किया हमने वैसा किया और आप सभी इस इन्हें देखेगे, सूनेंगे और परखेगे।
देश की 543 लोकसभा सीटों पर सात चरण में वोट डाले जाएंगे और नतीजे 23 मई को आएंगेण् बीजेपी और कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल पूरी तरह से कमर कस कर रणभूमि में उतर चुकी हैंण् लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया में करीब ढाई महीने का समय लगेगाण् ऐसे में इन 70 दिनों में देश की दशा और दिशा तय हो जाएगीण्
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तारीखों के औपचारिक ऐलान के साथ ही देश में सियासी बिगुल बज चुका हैण् देश की 543 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में वोट डाले जाएंगे और नतीजे 23 मई को आएंगेण् बीजेपी और कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल पूरी तरह से कमर कस कर रणभूमि में उतर चुकी हैंण् लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया में करीब ढाई महीने का समय लगेगाण् ऐसे में इन 70 दिनों में देश की दशा और दिशा तय हो जाएगीण्
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी एक बार फिर चुनावी मैदान में हैण् चुनावी ऐलान के साथ ही पीएम मोदी ने नारा दिया है कि श्एक बार फिर मोदी सरकारश्ण् जबकि कांग्रेस राहुल गांधी के चेहरे के साथ रणक्षेत्र में उतर रही हैण् वहींए देश में अलग.अलग राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियां भी अपना दमखम दिखाने में जुटी हैं और उनके नेता ही पार्टी के चेहरे हैंण्
देश में चुनावी आचार संहिता लागू होने के साथ हीं अगले 70 दिन चुनावी प्रक्रिया के दौर से गुजरेंगेण् माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव के नतीजे देश की दशा और दिशा को तय करेंगेण् सभी पार्टियां 2019 की सियासी बाजी अपने नाम करने के लिए हरसंभव कोशिश में जुट गई हैंण् सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ने राजनीतिक जंग जीतने के लिए क्षत्रपों के साथ हाथ मिलाया हैण्
बीजेपी ने लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी के लिए कई क्षत्रपों के साथ हाथ मिलाया हैण् बिहार में बीजेपी के सहयोगी के तौर पर जेडीयू और एलजेपी हैंण् महाराष्ट्र और पंजाब में बीजेपी एक बार अपने पुराने सहयोगियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगीण् महाराष्ट्र में बीजेपी ने शिवसेना और पंजाब में अकाली दल के साथ गठबंधन किया हैण्
दक्षिण भारत में भी बीजेपी ने सहयोगी दल तलाश लिए हैंण् तमिलनाडु में बीजेपी ने ।प्।क्डज्ञ और डीएमडीके के साथ गठबंधन किया हैण् हालांकि बाकी दक्षिण के राज्यों में बीजेपी अकेले चुनावी रण में उतर रही हैण् इसके अलावा पूर्वोत्तर में कई क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन किया हैण्
बीजेपी ही नहीं कांग्रेस ने भी सत्ता में वापसी के लिए कई दलों के साथ गठबंधन किया हैण् महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ मिलकर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है और बिहार में आरजेडीए एलजेपी जैसे दलों के साथ हाथ मिलाया हैण् इसके अलावा पश्चिम बंगाल में लेफ्ट के साथ कांग्रेस ने गठबंधन किया हैण्
कांग्रेस दक्षिण भारत के कई राज्यों में भी गठबंधन करके चुनावी किस्मत आजमा रही हैण् कर्नाटक में कांग्रेस जेडीएस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैण् जबकि तमिलनाडु में डीएमके के साथ चुनाव लड़ेगीण् इसके अलावा जम्मू.कश्मीर में भी माना जा रहा है कि कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन कर चुनावी किस्मत आजमा सकती हैण् वहींए देश के अलग.अलग राज्यों में क्षत्रप भी तमाम दलों के साथ समीकरण बैठाकर गठबंधन कर रहे हैंण् यूपीए मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में सपा.बसपा ने गठबंधन किया हैण्
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए जिस तरह से सर्वे आ रहे हैंण् उसमें पिछले चुनाव की तरह किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलता नहीं दिख रहा हैण् हालांकि बीजेपी लगातार दावा कर रही है कि उसे पिछले चुनाव से ज्यादा सीटें मिलेंगीण् लेकिन अभी तक जितने भी सर्वे आएं हैए सभी में बीजेपी को नुकसान दिखाया गया हैण् वहींए कांग्रेस के नेतृत्व वाला महागठबंधन भी अपने दम पर सरकार बनाता हुआ नजर नहीं आ रहा हैण्
इससे साफ जाहिर हो रहा है कि 70 दिन के सियासी घमासान में गैर.कांग्रेसी और गैर बीजेपी दलों की भूमिका अहम रहने वाली हैण् इनमें सपा.बसपाए टीएमसीए बीजेडीए टीडीपीए वाईएसआर कांग्रेसए और टीआरएस जैसे दल किंगमेकर की भूमिका में होंगेण् बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए गठबंधन अगर 272 के जादुई आंकड़े को नहीं छू पाता है तो ऐसे में छत्रपों की भूमिका काफी अहम रहेगीण् ऐसे में देखना होगा कि कौन से दल किस खेमे में रहेंगेण्