लाहौल घाटी में बर्फबारी, कुल्लू में झमाझम बारिश

शिमला: हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी में ताजा बर्फबारी और कुल्लू में झमाझम बारिश से जहां मौसम सुहावना हो गया है। कुल्लू में तीन माह में पहली बार 10 घंटे तक झमाझम बारिश हुई। इससे किसान-बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। तीन माह से चल रहे सूखे में पहली बार 10 घंटे तक झमाझम बारिश हुई है। सोमवार रात 12 बजे से लेकर बारिश हो रही है।

खासकर सेब, टमाटर के लिए बारिश संजीवनी का काम करेगी। बारिश से जिले में 10 से अधिक सड़कें भी यातायात के बाधित हो गई हैं। प्रदेश की चोटियां व लाहौल-स्पीति के कई रिहायशी क्षेत्र बर्फ से लकदक हो गए हैं।

लाहौल घाटी के अलावा दर्रा, बारालाचा, कुंजुम दर्रा, घेपन पीक, लेडी ऑफ केलांग, मुलकिला, नीलकंठ, मकवरे, शिकवरे में भी बर्फबारी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने मंगलवार को भी कई जिलों में बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी जारी की है। 27 मई तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है।

हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच रविवार देर रात को अंधड़ ने छह जिलों में भारी तबाही मचाई। सिरमौर जिले की 90 पंचायतों में ब्लैकआउट रहा। सोमवार शाम तक कुछ पंचायतों में बिजली सुचारु हो पाई थी। दर्जनों बिजली के खंभे टूटने से बिजली बोर्ड को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

प्रदेश में नौ कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। बिलासपुर में चार, मंडी-सिरमौर में दो-दो और शिमला में एक मकान को नुकसान हुआ है। बिलासपुर में पांच गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुईं। चूड़धार में 60 वर्ष बाद मई में बर्फबारी हुई। पिछली बार मई 1962 में बर्फबारी हुई थी। क्षेत्र में आठ सेंटीमीटर बर्फबारी हुई। चूड़धार पहुंचे 500 से अधिक श्रद्धालु इसके गवाह भी बने।

सोलन में आठ घंटों में 32 और झंडूता में 30 मिलीमीटर बारिश हुई। हमीरपुर जिले 12, ऊना में 23 बिजली के खंभे टूटे। ऊना के संतोषगढ़ में पूरी रात बिजली बंद रही। प्रदेश में चल रहे अधिकतम तापमान में सोमवार को छह डिग्री की कमी दर्ज की गई। किसानों के लिए बारिश राहत लेकर आई है।

किसानों ने मक्की बिजाई की तैयारी शुरू कर दी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने मंगलवार को भी कई जिलों में बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी जारी की है। 27 मई तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। सोमवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहा।

सोमवार को लाहौल की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई। रोहतांग दर्रा, बारालाचा, कुंजुम दर्रा, घेपन पीक, लेडी ऑफ केलांग, मुलकिला, नीलकंठ, मकवरे, शिकवरे में फाहे गिरे हैं। सिरमौर में अंधड़ व बारिश से फलों और सब्जियों को नुकसान पहुंचा है।

राजगढ़ में सेब, आड़ू, प्लम, खुमानी, कीवी और अखरोट की फसलों को नुकसान हुआ है। माजरा में पेड़ गिरने से खेड़ा मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया। शमशेरपुर में गोशाला ढह गई। राजधानी शिमला में भी रविवार देर रात झमाझम बादल बरसे। अंधड़ से शहर के कई क्षेत्रों में रात भर बिजली बंद रही।

बिलासपुर के स्याहोला गांव में ग्रीनहाउस, प्राथमिक पाठशाला मुंडखर की चहारदीवारी, ढलोह में पोल्ट्री फार्म की छत और झंडूता उपमंडल में कई स्थानों पर पेड़ गिरने से बिजली के तार और खंभे टूट गए।

सोलन जिला के औद्योगिक क्षेत्र परवाणू-कसौली सड़क मार्ग पर जगह-जगह पेड़ गिरने से दिनभर जाम लगता रहा। सोलन जिले में 25 और ऊना में 10 ट्रांसफार्मरों को नुकसान हुआ। ऊना में 3.09 किलोमीटर एचटी लाइन और 4.69 किलोमीटर एलटी लाइन टूट गई।

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