पुरानी दरों पर ही होंगी केदारनाथ में विशेष पूजाएं !

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में तीर्थयात्री इस वर्ष भी पुरानी दरों पर ही विशेष पूजाएं संपन्न करा सकते हैं। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से विशेष पूजाओं की दर बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन इसे स्वीकृति नहीं मिली। धाम में वर्ष 2017 से विशेष पूजाओं की दर में कोई वृद्धि नहीं हुई है।

धाम में विशेष पूजाओं को लेकर तीर्थ यात्रियों में भारी उत्साह रहता है। देर रात से सुबह तक होने वाली विशेष पूजाओं के लिए तीर्थ यात्रियों को निर्धारित शुल्क जमा कराना होता है। पूजाओं के लिए बुकिंग आनलाइन भी कराई जा सकती है। बीते वर्ष 18 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने मंदिर में विशेष पूजाएं करवाई। इससे श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति को छह करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई।

केदारनाथ धाम में होने वाली विशेष पूजाओं के लिए मंदिर समिति की ओर से विशेष तैयारियां रहती हैं। विशेष पूजाओं के लिए सुबह चार से छह बजे का समय निर्धारित है, लेकिन तीर्थ यात्रियों की आमद बढ़ने पर पूजा का समय रात बारह बजे से सुबह पांच बजे तक कर दिया जाता है।

पूजा का समय यात्रियों की संख्या के आधार पर ही निर्धारित होता है। विशेष पूजाओं के लिए तीर्थ यात्रियों को अग्रिम बुकिंग करानी पड़ती है। अलग-अलग पूजाओं के लिए अलग-अलग दर निर्धारित हैं। गर्भगृह में स्वयंभू शिवलिंग के पास अभिषेक कर मंदिर समिति के पुजारी विशेष पूजाएं संपन्न कराते हैं। परिवार के सभी सदस्य विशेष पूजा संपन्न कराना चाहते हैं तो इसके लिए सामूहिक बुकिंग की जाती है। इसके लिए सभी सामग्री मंदिर समिति उपलब्ध कराती है।

पूर्व में पूजा बुक कराने वाले परिवार के सिर्फ पांच सदस्यों को ही गर्भगृह में जाने की अनुमति थी, लेकिन अब एक बुकिंग पर केवल तीन सदस्यों को अनुमति दी जाती है। परिवार में अधिक सदस्य होने पर उन्हें अलग समूह के रूप में पूजाएं करानी होती है। इसके लिए शुल्क भी अलग से जमा कराना होता है।

रुद्राभिषेक व महाभिषेक के साथ ही सबसे अधिक षोडशोपचार पूजाएं तीर्थ यात्रियों की ओर से कराई जाती हैं। बीते वर्ष 18 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने विशेष पूजाएं संपन्न कराई थीं। इनमें 112 ने महाभिषेक, 272 ने रुद्राभिषेक, 14816 ने षोडशोपचार और शेष ने अन्य पूजाएं करवाईं। इस दौरान दिनभर में दस विशेष पूजाएं संपन्न होती थीं।

विशेष पूजाओं के लिए तीर्थ यात्रियों को मंदिर में स्वयं उपस्थित होना पड़ता है। इसके लिए बुकिंग के दौरान उन्हें अपना नाम, गोत्र व पता मंदिर समिति के रजिस्टर में दर्ज कराना पड़ता है। तीर्थ यात्री के नाम व गोत्र से ही पूजाएं संपन्न होती हैं। हालांकि, जो तीर्थ यात्री मंदिर में उपस्थित नहीं हो सकते, उनके पते पर मंदिर समिति की ओर से प्रसाद भेज दिया जाता है।

धाम में होने वाली विशेष पूजाएं
प्रात:कालीन पूजाएं (सुबह चार से छह बजे तक)

पूजा, समय, शुल्क (रुपये में)

महाभिषेक पूजा, एक घंटा, 8500

रुद्राभिषेक पूजा, 45 मिनट, 6500

लघुरुद्राभिषेक पूजा, 30 मिनट, 5500

षोडषोपचार पूजा, 30 मिनट, 5000

अन्य पूजाएं
पूजा, शुल्क (रुपये में)

अष्टोपचार पूजा, 850

पंचोपचार पूजा, 850

दिनभर की पूजाएं, 26000

प्रात:कालीन पूजाएं, 850

बालभोग, 900

सायंकालीन पूजाएं
पूजा, शुल्क (रुपये में)

शिव अष्टोत्तरी पाठ कर्पूर आरती, 900

संपूर्ण आरती, 2500

अखंड ज्योति दैनिक, 3500

भैरव पूजन, 900

दस वर्ष तक की पूजाएं

पूजा, कुल शुल्क

महाभोग, 12610

महाभिषेक पूजा, 20800

लघुरुद्राभिषेक, 7540

संपूर्ण आरती, 5850

शिव तांडव स्त्रोत, 1690

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि विशेष पूजाओं की दरों में इस वर्ष बढ़ोतरी नहीं हुई है। पुरानी दरों पर ही पूजाएं संपन्न होंगी। विशेष पूजाओं के लिए मंदिर समिति विशेष तैयारियां करती है, ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।

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