तेज धूप और लू करेगी परेशान

नई दिल्ली:दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशाओं से चल रही गर्म हवा के कारण दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में कल पारा 46 डिग्री के आंकड़े को पार कर गया। यह क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर में सबसे गर्म दर्ज किया गया। वहीं, दिल्ली में तापमान 43 डिग्री के पास रहा जो इस सीजन का सबसे गर्म दिन है।

आशंका है कि सोमवार को तापमान और बढ़ेगा। मौसम विभाग ने सोमवार के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही चेतावनी दी है कि दिल्ली में कुछ जगहों पर हीटवेव चल सकती हैं।

प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली के मुताबिक रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहा जो सामान्य से 3 डिग्री कम है।

वहीं, दिल्ली का नजफगढ़ इलाके में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री रहा। यहां न्यूनतम तापमान 26.7 डिग्री रहा। वहीं, एनसीआर की बात करें तो गुरुग्राम में अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री, नोएडा में 43.6 डिग्री दर्ज किया गया।

विभाग के अनुसार सोमवार को दिल्ली में पारा 43 डिग्री तक जा सकता है। साथ ही आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। कई जगहों पर हीट वेब चल सकती हैं। दिन के समय 25-35 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से सतही हवाएं चल सकती हैं। वहीं मौसम में सुधार के साथ मंगलवार से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। संभावना है कि मंगलवार को कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती हैं जिससे तापमान में कोई खास सुधार नहीं होगा।

लेकिन 24 मई से 27 मई तक हल्की बारिश की संभावना बन रही है जिससे गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। अनुमान है कि अधिकतम तापमान घटकर 36 डिग्री तक आ सकता है। इससे दिल्लीवालों को भारी राहत मिल सकती है।

वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली में मौसम अनुकूल न होने के कारण प्रदूषण स्तर में बढ़त दर्ज की गई। रविवार को दिल्ली का प्रदूषण सूचकांक 215 दर्ज किया गया, जबकि शनिवार को यह स्तर 186 था। मौसम में बदलाव के कारण प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में पहुंच गया है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार बंगाल की खाड़ी में मॉनसून की प्रगति अपेक्षाकृत धीमी रह सकती है, इसलिए जून के पहले पखवाड़े में देश में समग्र मानसूनी वर्षा की गतिविधि धीमी रह सकती है।

सबसे खराब पूर्वानुमान दिल्ली एनसीआर के लिए है। यहां मानसून की बारिश सामान्य तारीख से 12 दिन बाद यानी 30 जून की जगह 12 जुलाई से होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता जून और बाकी के मौसम में सामान्य से कम होगी।

इस सप्ताह की शुरुआत में ही आईएमडी ने केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून के देरी से आने की भविष्यवाणी की थी। मानसून आने के बाद भी मानसूनी हवाओं की गति धीमी रहेगी और रूक-रूक कर बारिश होगी।

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