रूद्रप्रयाग:मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने जिला भेषज एवं सहकारी विकास संघ लिमिटेड रुद्रप्रयाग की जड़ी-बूटी नर्सरी कांडा जयनगर का औचक निरीक्षण किया। मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद स्तरीय टीम के साथ नर्सरी का गहनता से निरीक्षण करते हुए नर्सरी में तैयार आंवला रीठा हरण बहेड़ा कचनार तथा बेल के पौधों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी हासिल की।
संघ के सचिव द्वारा मुख्य विकास अधिकारी को अवगत कराया गया किस संघ की दोनों नर्सरीयों में वर्तमान में लगभग 60000 औषधीय प्रजाति के पौधे कृषिकरण हेतु तैयार हैं जिन्हें संघ उत्तराखंड सरकार की नीति के अनुसार जनपद में आयोजित होने वाले हरेला महोत्सव के अवसर पर निशुल्क वितरण करने को तैयार है इसके अतिरिक्त जो अवशेष पौधे रहेंगे
उन्हें मांग के आधार पर सशुल्क भी विक्रय किया जाएगा साथ ही उत्तराखंड सरकार की जड़ी-बूटी कृशिकरण योजना के तहत जनपद में कृषकों को लगभग 20,000 बड़ी इलायची के पौधे भी इस वर्ष निशुल्क वितरित किए जाएंगे। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि उत्तराखंड सरकार की जड़ी बूटी उत्पादन एवं कृषि करण नीति के तहत जिला योजना के माध्यम से उक्त नर्सरी की स्थापना की गई है।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संपूर्ण नर्सरी का निरीक्षण करने के बाद प्रसन्नता व्यक्त करते हुए संघ के सचिव तथा संघ के प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी गई नर्सरी में भ्रमण के बाद मुख्य विकास अधिकारी द्वारा औद्योगिक क्षेत्र भटवारी सेंड में संघ के निर्माणाधीन भवन का भी निरीक्षण किया गया जिसका निर्माण ग्रामीण अभियंत्रण रुद्रप्रयाग के द्वारा किया जा रहा है
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा ग्रामीण अभियंत्रण विभाग रुद्रप्रयाग के अवर अभियंता को भवन का निर्माण शीघ्रता व गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए गए मुख्य विकास अधिकारी ने जनपदीय अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वह जिला भेषज सघं की नर्सरी से अधिक से अधिक संख्या में हरेला महोत्सव पर अपनी मांग के अनुसार औषधीय पौधों का उठान कर वृक्षारोपण करवाना सुनिश्चित करें जिससे हरेला कार्यक्रम को सफलता के साथ पूर्ण किया जा सके।
निरीक्षण के दौरान संघ के अध्यक्ष कपूर सिंह रावत, संघ के प्रबंध निदेशक वाचस्पति सेमवाल,जिला उद्यान अधिकारी योगेन्द्र सिंह, चंडी प्रसाद लोकपाल मनरेगा, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संदीप भट्ट, जिला भेषज समन्वय चन्द्र वीर सिंह, नर्सरी प्रभारी जयप्रकाश, मुकेश सिलोडी, श्रीमती सीमा देवी, रूप देई आदि मौजूद रहे।