उदयपुर। राजसमंद जिले के देवगढ़ में दबंगों ने एक पुजारी दंपती को जिंदा जलाने की कोशिश की गई। आरोपितों ने उनकी दुकान में पेट्रोल बम फैंक आग लगा दी, जिसमें घिरे पुजारी दंपती गंभीर रूप से झुलस गए।
दोनों का राजसमंद के जिला अस्पताल में उपचार जारी है। वहीं, पुलिस ने जानलेवा हमले का मामला दर्ज कर आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार घटना में 80 फीसदी से भी अधिक झुलसे पुजारी दंपती की हालत गंभीर बताई जा रही है। हमलावरों की संख्या दस से बारह बताई जा रही है, जिनमें से आठ को पुलिस ने देर रात ही गिरफ्तार कर लिया था।
मालूम हो कि यह मामला देवगढ़ क्षेत्र से गुजर रहे नेशनल हाईवे 8 कामलीघाट स्थित एक्सार पेट्रोल पंप के सामने मंदिर की जमीन के विवाद से जुड़ा बताया। दबंग इस जमीन पर कब्जा करना चाहते थे, जो पुजारी की वजह से सफल नहीं हो पा रहे थे।
10-12 लोग हीरा की बस्सी निवासी पुजारी नवरत्न लाल ( 75) पुत्र रंग लाल प्रजापत की दुकान पर पहुंचे। तब वहां उनकी पत्नी जमना देवी (60) भी बैठी थी।
आरोपितों ने आते ही पेट्रोल बम में आग लगाकर दुकान में फैंका, जिससे दुकान में आग फैल गई। घटना के समय पुजारी परिवार खाना खा रहा था। आग में पुजारी दंपती फंस गए थे। जिसमें दोनों बुरी तरह झुलस गए।
दुकान से आग की लपटें व धुएं को देखकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने पानी और मिट्टी डालकर आग बुझाई और देवगढ़ पुलिस तथा 108 एम्बुलेंस को सूचना दी।
ग्रामीणों ने एम्बुलेंस की मदद से दोनों घायलों को देवगढ़ हॉस्पिटल भेजा। इससे पहले आरोपित भाग चुके थे। घटना को लेकर कामलीघाट चौकी पर पुजारी के बेटे ने मामला दर्ज कराया है।
बताया गया कि इस घटना में दंपती अस्सी फीसदी से अधिक झुलसा है। उनका प्रारंभिक उपचार करने वाले डॉ. अनुराग शर्मा का कहना है कि हालात गंभीर होने पर उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था।
पुजारी के बेटे मुकेश प्रजापत का कहना था कि भूमि पर कब्जे को लेकर दबंग उनके पिता को धमकी दे रहे थे। पिछले दिनों ही उन्होंने कामलीघाट चौकी में शिकायत की थी कि दबंग उनके पिता को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
इसके बावजूद पुलिस ने दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। यदि पुलिस समय रहते उनके खिलाफ कार्रवाई करते तो उनके माता-पिता पूरी तरह स्वस्थ होते।
वहीं, इस मामले में देवगढ़ थाना प्रभारी शैतानसिंह नाथावत का कहना है कि पुलिस ने देर रात तक आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। अन्य की तलाश जारी है।
इस घटना को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि एक पुजारी को यूं जिंदा जलाया जाना, स्वयं प्रदेश की सरकार की मौत का परिचायक है।
उन्होंने घटना को शर्मनाक और वीभत्स बताया। उन्होंने आगे लिखा कि एक एफआईआर कानून-व्यवस्था के गुमशुदा होने की भी दर्ज होनी चाहिए।