नाबालिग की सगाई रुकवाकर उसका भविष्य बचाया गया

रुद्रप्रयाग:   जनपद में बाल विवाह और नाबालिग बच्चों की सगाई गंभीर समस्या बन गई है। एक तरह हम 21वीं सदी और विकास की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अभी भी समाज में बाल विवाह जैसा गंभीर अपराध फैलता जा रहा है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास द्वारा लगातार किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों से  इस वर्ष अब तक 18 ऐसे मामले रुकवाए जा चुके हैं।

इसी क्रम में मिली जानकारी के अनुसार तिलवाड़ा में एक 17 वर्षीय नाबालिग बालिका की सगाई दिल्ली निवासी 24 साल के युवक के साथ होने की सूचना मिलते ही जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अखिलेश मिश्रा के निर्देशों के क्रम में वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रशासक रंजना गैरोला भट्ट, मिशन शक्ति से जेंडर स्पेशलिस्ट प्रियंका तथा चाइल्ड हेल्पलाइन से समन्वयक अरविंद सिंह द्वारा तत्काल नाबालिग के घर पर जाकर सगाई रूकवाई गई तथा परिजनों को सख्त हिदायत दी गई कि जब तक बालिका की उम्र 18 वर्ष नहीं हो जाती है तब तक वह न बालिका की सगाई करेंगे और न ही उसके विवाह के बारे में सोचेंगे।

टीम द्वारा परिजनों को बताया गया कि  यदि उनके द्वारा जबरदस्ती यह कार्य किया जाता है तो वह कानूनी शिकंजे में फंस सकते हैं और उन्हें इस अपराध के लिए सजा और जुर्माना दोनों से दंडित किया जा सकता है। इसके बाद दोनों पक्षों की आपसी सहमति के बाद नाबालिग बालिका की सगाई रुक गई।

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