भूकंप से जान गवाने वालों की संख्या हुई 8 हजार

अंकारा: तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या 7 हजार के पार पहुंच गई है। सीएनएन ने अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि भूकंप के कारण अब तक 7,926 लोगों ने अपनी जान गवाई है। हालांकि, भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है। बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में आपको अब तक के पूरे घटनाक्रम के बारे में बताते हैं।

दरअसल, सोमवार तड़के तुर्किये के स्थानीय समयानुसार सुबह 4:17 बजे दक्षिणी प्रांत कहमनमारस में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था।इस भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि करीब एक मिनट से ज्यादा समय तक धरती कांपती रही थी।इसके कुछ मिनट बाद तुर्किये के दक्षिणी प्रांत गजियांटेप में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया।थोड़ी देर बाद ही कहारनमारस में स्थानीय समयनुसार दोपहर 1:24 बजे 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था।

लगातार तीन भूकंपों के झटकों से तुर्किये बुरी तरह प्रभावित हुआ। तुर्किये में हजारों बिल्डिंग धवस्त हो गई है।भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि यहां कि ऐतिहासिक इमारतें भी इससे बच नहीं पाई और वह भी मलबे के ढेर में तबदील हो गई।वहीं, मंगलवार को भी तुर्किये में लगातार दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। ये दोनों भूकंप अलग-अलग क्षेत्रों में आया था।

बता दें कि तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप में अब तक 7,926 लोगों ने अपनी जान गवा दी है।
तुर्किये के उपराष्ट्रपति फुअत ओकटे ने कहा कि अकेले तुर्की में 8,000 से अधिक लोगों को मलबे से निकाला गया है और लगभग 380,000 लोगों ने सरकारी आश्रयों या होटलों में शरण ली है।इसके अलावा भूकंप प्रभावित लोग शॉपिंग मॉल, स्टेडियम, मस्जिद और सामुदायिक केंद्रों में भी ठहरे हुए हैं।

तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा कि देश के 85 मिलियन में से 13 मिलियन लोग इस भूकंप से प्रभावित हुए हैं।तुर्किये के 10 प्रांतों में तीन महीने के लिए आपातकाल की घोषणा की गई है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी एडेलहेड मार्सचैंग के अनुसार, पूरे भूकंप प्रभावित क्षेत्र के लिए यह संख्या 23 मिलियन लोगों के बराबर हो सकती है।

वहीं, दुनियाभर के देशों ने भूकंप प्रभावित तुर्किये और सीरिया के लिए वैश्विक सहायता की घोषणा की है।दुनिया भर के लगभग 30 देशों की टीमें तुर्किये या सीरिया के लिए रवाना हुई हैं।संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वह विद्रोही कब्जे वाले उत्तर-पश्चिमी सीरिया को आपूर्ति प्राप्त करने के लिए सभी रास्ते तलाश रहा है, जहां लाखों लोग अत्यधिक गरीबी में रहते हैं।

भारत ने विनाशकारी भूकंप से बचे लोगों के लिए राहत सामग्री और चिकित्सा दलों के दो विमानों को तुर्किये भेजा है।
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने बताया कि इस बार का भूकंप 100 से अधिक वर्षों में इस क्षेत्र को प्रभावित करने वाले सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक था।

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