समंदर में जंग की आहट !

नई दिल्ली। चीन और जापान के बीच विवाद एक बार फिर गहराता दिख रहा है। मियाको जलडमरूमध्य के पूर्व में नियमित कैरियर आधारित फाइटर जेट प्रशिक्षण उड़ानों के दौरा कथित हस्तक्षेप को लेकर चीन ने रविवार को जापान को कड़ा संदेश दिया है।बीजिंग का कहना है कि जापानी सेल्फ डिसेंस फोर्स के विमानों ने पीएलए नेवी की नियमित प्रशिक्षण गतिविधियों में गंभीर हस्तक्षेप किया और उड़ान को खतरे में डाला।

दूसरी ओर, जापान ने आरोप लगाया है कि शनिवार को चीनी लड़ाकू विमानों ने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में दो बार जापानी सैन्य जेट पर फायर कंट्रोल रडार लॉक किया। जापान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ये घटनाएं ओकिनावा के दक्षिण-पूर्व में हुई। इस कार्रवाई को टोक्यो ने बेहद खतरनाक बताया है।रक्षा मंत्री शिंजिरो कोइजुमी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि टोक्यो ने चीन से आधिकारिक विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होनी चाहिए।

इसके जवाब में, चीनी सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने पीएलए नौसेना के प्रवक्ता सीनियर कैप्टन वांग जुएमेंग के हवाले से रिपोर्ट किया कि ट्रेनिंग की पहले से सार्वजनिक घोषणा की गई थी और जापानी विमानों ने ही अनुचित हस्तक्षेप किया।उनके अनुसार, “जापान का प्रचार तथ्यहीन है। हम मांग करते हैं कि जापान तुरंत बदनामी बंद करे और अपने अग्रिम अभियानों पर रोक लगाए।”

उन्होंने यह भी कहा कि पीएलए नेवी अपनी सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए उचित कदम उठाती रहेगी।NHK के अनुसार, चीन का एक J-15 फाइटर जेट एयरक्राफ्ट कैरियर लियाओनिंग से उड़ान भरकर जापानी ASDF F-15 विमान पर कई बार रडार लॉक किया। यह F-15 विमान संभावित एयरस्पेस उल्लंघन की प्रतिक्रिया में भेजा गया था।

शाम को 6:37 और 7:08 के बीच इसी तरह की एक और घटना हुई, जब एक अन्य F-15 को निशाना बनाया गया। हालांकि, किसी तरह की क्षति या चोट की सूचना नहीं है। कोइजुमी ने इसे अत्यंत खतरनाक बताया, जो विमान संचालन के सुरक्षित मानकों से बाहर है।

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