राजभवन में फूलों का संसार

देहरादून :  उत्तराखंड राजभवन रंग-बिरंगे फूलों से महक उठा है।  राजभवन परिसर में तीन दिवसीय वसंतोत्सव शुरू हो गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसका उद्घाटन किया।

राज्यपाल ने नक्षत्र वाटिका पर बनी लघु फिल्म का विमोचन किया। वहीं डाक विभाग की ओर से इस साल के लिए चयनित तिमरू के विशेष डाक आवरण का विमोचन किया गया। डाक टिकट प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया।
राज्यपाल ने उद्यान विभाग की ओर से किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए टोल फ्री किसान हेल्प लाइन नंबर 18003135685 लांच किया। कार्यक्रम में उद्यान विभाग की पुस्तक ‘शुष्क पुष्प व्यावसायिक’ हस्त पुस्तिका का भी विमोचन किया गया।

राज्यपाल ने कहा यहां के फूलों में अलग ही सौंदर्य और दिव्यता है, जो उत्तराखंड को आने वाले समय में पुष्प प्रदेश बनाने की ओर ले जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा वसंतोत्सव लोगों को प्रकृति से जुड़ने का संदेश देता है और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रोत्साहित करता है।

राजभवन में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में संस्कृति विभाग सहित स्कूली बच्चों ने मनमोहक कार्यक्रम और नृत्य प्रस्तुत किए। सांस्कृतिक कलाकारों ने झूमैलो, छपेली, चांचरी, तांदी, हारुल आदि लोक नृत्य प्रस्तुत किए।इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उत्तराखंड की समृद्ध लोक कला की झलक देखने को मिली। कार्यक्रमों का उपस्थित लोगों ने खूब आनंद लिया। इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर, सचिव संस्कृति एचसी.सेमवाल, निदेशक उद्यान डॉ एचएस बावेजा, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट आदि मौजूद रहे।

आईएमए के बैंड ने अपनी मधुर धुनों से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। वहीं गोरखा राइफल्स के जवानों के किए गए खुखरी नृत्य का लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार के छात्रों ने योगा के बेहतरीन करतब दिखाए। इस दौरान आईटीबीपी के जवानों ने कराटे का प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित किया।

राज्यपाल ने पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष प्रतियोगिता में 200 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, स्वयं सहायता समूहों ने प्रतिभाग किया, जिनकी संख्या इस साल बढ़कर 535 हो गई है। उन्होंने कहा इस महोत्सव के जरिए उत्तराखंड कृषि एवं उद्यानीकरण के उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।

वसंतोत्सव के आयोजन में कट फ्लावर(पारम्परिक) प्रतियोगिता में 698, कट फ्लावर (गैर पारम्परिक) श्रेणी में 191 प्रतिभागी, पॉटेड प्लान्ट श्रेणी(प्राइवेट नर्सरी) में 22, लूज फ्लावर श्रेणी में 42, पॉटेड प्लान्ट(गैर पुष्प) श्रेणी में 17, कैक्टस एवं सेकुलेंट श्रेणी में 13, हैंगिंग पॉट श्रेणी में 27, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी में 22, लॉन श्रेणी में 17, फ्रेश पेटल रंगोली में 08 और पेंटिंग प्रतियोगिता में 946 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस साल शुरू की गई नई प्रतियोगिताओं, छतों पर सब्जी उत्पादन की श्रेणी में 12, बोनसाई की श्रेणी में 23, टेरेरियम की श्रेणी में 7 एवं शहद की श्रेणी में 33 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।

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