आफत बनी मूसलधार वर्षा

देहरादून:  मूसलधार वर्षा उत्तराखंड में आफत बन गई है। वहीं ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा हो रही है, जबकि कहीं-कहीं भारी वर्षा दर्ज की जा रही है। नदियाें का जल स्तर बढ़ने से आसपास की बस्तियों को खतरा पैदा हो गया है। जबकि, पर्वतीय क्षेत्रों में जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है। देहरादून में सोमवार रात से बारिश जारी है। यहां जगह-जगह जलभराव हो गया है।

पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में अतिवृष्टि के चलते हरिद्वार में गंगा उफान पर है। हालांकि अभी यह चेतावनी स्तर 293 मीटर से 30 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है। तटवर्ती इलाकों पर निगरानी रखी जा रही है। मूसलाधार वर्षा से जगह-जगह जलभराव हो गया है। वर्षा जारी है।

कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला बदस्तूर जारी है। मंगलवार तड़के से ही क्षेत्र में तेज बारिश हो रही है, जिस कारण नदियों का भी जलस्तर बढ़ गया है। भाबर क्षेत्र के अंतर्गत सिगड़ी स्रोत से सटे गुज्जर बस्ती में जलभराव हो गया है। प्रशासन की ओर से मौके पर टीम को भेजा जा रहा है।

इसके अलावा उदयरामपुर व सिगड़ी क्षेत्र में भी जलभराव की सूचना है। बारिश के कारण क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। एनएच पर फिलहाल यातायात सुचारू है। लेकिन, बारिश के कारण चट्टानों से बोल्डर गिरने का खतरा बना हुआ है। तेज बारिश के कारण क्षेत्र में सुबह से ही विद्युत आपूर्ति बाधित है।

पिथौरागढ़ में चीन, नेपाल सीमा से लगे क्षेत्र में भारी बारिश से नाला उफान पर आ गया। कालापानी में नाले ने कहर बरपाया। कालापानी में उफान पर आए नाले से हुए भूस्खलन से पांच परिवारों की बकरियां मलबे में दब गई हैं। ग्रामीण बाल-बाल बच गए। घटना सोमवार रात्रि साढ़े दस बजे से साढ़े ग्यारह बजे की है। मलबे में दबे बकरियों की गिनती की जा रही है। बताया जा रहा है कि नाले ने विकराल रूप ले लिया था। ग्रामीणों ने दहशत में रात गुजारी।

मौसम विभाग के अनुसार आज भी प्रदेशभर में बादल छाये रहने का अनुमान है। देहरादून, नैनीताल समेत कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा अन्य जिलों में तीव्र बौछारें पड़ने की आशंका हैं।

उत्तराखंड में तीन दिन से मूसलधार वर्षा का दौर जारी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक मध्यम से भारी वर्षा के दौर हो रहे हैं और नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण जन-जीवन प्रभावित है। दून में सुबह धूप खिलने के बाद दोपहर में मौसम ने करवट बदली और मूसलधार वर्षा का दौर शुरू हो गया।

चारधाम से समेत तमाम ऊंचाई वाले इलाकों में भी हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। विकासनगर, चकराता, त्यूणी क्षेत्र में 24 घंटे के भीतर प्रदेश में सर्वाधिक 150 मिमी वर्षा दर्ज की गई। लगातार हो रही वर्षा के कारण अधिकतम तापमान में भी गिरावट बनी हुई है। ज्यादातर क्षेत्रों में तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक कम है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले दो दिन भारी वर्षा का सिलसिला बना रह सकता है। देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत व बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जनपदों में भी गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें होने के आसार हैं।

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