इस्लामाबाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से गाजा में युद्ध समाप्त करने की योजना पर पाकिस्तान ने शुरुआती तौर पर समर्थन किया है। ट्रंप की योजना का समर्थन करने वाले 8 मुस्लिम देशों में पाकिस्तान भी है। हालांकि देश में बड़े स्तर पर विरोध के बाद शहबाज शरीफ सरकार अपने रुख से पलटती हुई दिख रही है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा है कि मसौदे के सभी पहलुओं से वह खुश नहीं हैं। मसौदे में बदलाव का इशारा करते हुए उन्होंने कहा है कि उनकी मांगों को ड्राफ्ट में नहीं रखा गया है।
ट्रंप की गाजा योजना पर इमरान खान की पीटीआई समेत कई दलों ने सवाल खड़े किए हैं। धार्मिक और सामाजिक संगठनों के अलावा आम लोगों ने बड़े पैमाने पर ये पूछा है कि आखिर अमेरिका और इजरायल कैसे बैठकर फिलिस्तीनियों का भविष्य तय कर सकते हैं। पाकिस्तानी लोगों ने अपनी सरकार के इस मसौदे को समर्थन पर कड़ा एतराज जताया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा है कि गाजा के लिए अमेरिकी शांति योजना उनको स्वीकार्य नहीं होगी, अगर इसमें आठ मुस्लिम देशों के संयुक्त रूप से प्रस्तावित संशोधनों को शामिल नहीं किया जाता। डार ने कहा, ‘अमेरिकी प्लान से लगता है कि उन्होंने पाकिस्तानी निर्णयकर्ताओं को इस योजना से दूर कर दिया है। यह हमारा भेजा हुआ दस्तावेज नहीं है। कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं, जिन्हें हम शामिल करना चाहते हैं। अगर वे शामिल नहीं हैं, तो फिर मुश्किल होगा।’
डार ने कहा कि आठ मुस्लिम देशों की ओर से दिए गए संयुक्त बयान की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है। अगर कोई मतभेद है तो हम उस पर बात करेंगे। डार ने कहा कि ट्रंप की योजना में फिलिस्तीनियों की एक स्वतंत्र टेक्नोक्रेट सरकार की परिकल्पना की गई है। इसकी देखरेख अंतरराष्ट्रीय संस्था करेगी और इसमें ज्यादातर फिलिस्तीनी शामिल होंगे। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्थिरीकरण बल (आईएसएफ) के लिए सेना भेजने की संभावना पर भी संशय जताया।
नेतन्याहू के हस्तक्षेप के कारण हमास के सामने अब जो समझौता है, वह अमेरिका और मुस्लिम देशों के एक समूह के बीच पहले से तय हुए समझौते से अलग है। नेतन्याहू ने वाइट हाउस में स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर के साथ छह घंटे की बैठक के दौरान आखिरी समय में कई बदलाव किए हैं। इन्हीं बदलावों की ओर डार ने इशारा किया है।
अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से सोमवार को गाजा में युद्धविराम के लिए प्लान पेश किया गया है। इस योजना में 20 प्वाइंट में बताया गया है कि कैसे गाजा में युद्ध रुकेगा, बंधकों की रिहाई होगी और चीजें शांति की तरफ जाएंगी। हालांकि इस योजना में कई विवाद के मुद्दों का जवाब नहीं दिया गया है। इससे ट्रंप की योजना पर सवाल खड़े हो रहे हैं।