अनलॉक: सभी दुकानें, रेस्त्रां, होटल खुलेंगे !

नई दिल्‍ली.लॉकडाउन के बाद फिलहाल दिल्ली को अनलॉक करने की प्रक्रिया जारी है। इसके तहत कई एहतियातों के साथ दिल्ली को फिर से पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर दिल्ली को अनलॉक किए जाने को लेकर कई बातें बताईं।

उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले काफी कम हो चुके हैं और स्थिति अब नियंत्रण में आ गई है। अब हमें दो चीजों की चिंता है। पहली यह कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर कैसे लाया जाए और दूसरी यह कि संभावित तीसरी लहर के लिए क्या तैयारियां की जाएं। कई ऐसे लोग हैं जिनके लिए कमाने के साधनों पर मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। अब धीरे-धीरे चीजों को खोला जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि इस हफ्ते दिल्ली में नए दिशानिर्देशों के तहत क्या नए नियम लागू रहेंगे-

 

सोमवार सुबह पांच बजे के बाद से नए नियम लागू होंगे। सारे स्कूल, कोचिंग, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थाएं बंद रहेंगी। सामाजिक, राजनीतिक या अन्य किसी भी तरह के काम के लिए लोगों को एक जगह इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी। स्विमिंग पूल, स्टेडियम, सिनेमा, थियेटर बंद रहेंगे। एम्यूजमेंट पार्क, वॉटर पार्क, बैंक्वेट हॉल, ऑडिटोरियम बंद रहेंगे। स्पा, जिम और योगा संस्थान बंद रहेंगे। सार्वजनिक पार्क और गार्डन बंद रहेंगे

सरकार दफ्तर पिछले हफ्ते की तरह ही खुलेंगे। यानी ग्रुप ए के कर्मचारी 100 प्रतिशत उपस्थिति के साथ दफ्तर आ सकते हैं। अन्य कर्मचारियों को 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ आना होगा। पुलिस विभाग और अस्पताल जैसी जरूरी सेवाओं में लगे कर्मचारियों को 100 प्रतिशत उपस्थिति की अनुमति होगी। निजी दफ्तर में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कर्मचारी काम कर सकते हैं।

लेकिन अधिक से अधिक वर्क फ्रॉम होम का प्रयास करें। जितने भी मार्केट परिसर, मॉल या बाजार हैं वो पूरी तरह से खुल सकते हैं, लेकिन सुबह 10 से शाम आठ बजे तक। रेस्त्रां अपनी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुल सकते हैं। एक हफ्ते तक इन नियमों के साथ चलकर देखा जाएगा। अगर कोरोना के मामले बढ़ने लगे तो बाजार और रेस्त्रां में फिर से पाबंदियां बढ़ा दी जाएंगी।

हफ्ते में एक जोन में एक दिन में एक ही साप्ताहिक बाजार खोलने की अनुमति होगी। पूरी तरह से सार्वजनिक स्थानों में शादियां अभी नहीं होंगी। अगर बैंक्वेट हॉल, मैरेज हॉल या होटल में शादियां हो रही हैं तो 20 लोगों से अधिक शामिल नहीं होंगे। इसके अलावा घर या अदालत में शादी हो सकती है।मेट्रो और बसों का संचालन 50 प्रतिशत क्षमता के साथ किया जाएगा। ऑटो और ई-रिक्शा जैसे सार्वजनिक साधनों में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाएगा। धार्मिक स्थलों को खोला जा रहा है, लेकिन अभी श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं है।

देश की राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के नये मामलों में लगातार कमी होने होने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बड़ा ऐलान किया है. दिल्‍ली में सोमवार से रेस्टोरेंट्स (Restaurants) 50 फीसदी बैठने की क्षमता के सााथ काम करेंगे. इसके अलावा निजी दफ्तर भी 50 फीसदी क्षमता के साथ सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक काम करेंगे.

वहीं बाजार, मॉल और मार्केट कॉम्प्लेक्स में सारी दुकानें सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक खुल सकती हैं. यानी ऑड-इवन का फॉर्मूला अब खत्‍म कर दिया है. हालांकि उन्‍होंने साफ तौर पर कहा है कि यदि आगामी सप्ताह में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी होती है, तो दिल्ली के बाजारों एवं रेस्टोरेंट्स में फिर से प्रतिबंध लागू किए जाएंगे.

इसके साथ सीएम अरविंद केजरीवाल साप्ताहिक बाजार को अनुमति दी जा रही है, लेकिन एक दिन में एक जोन में एक ही साप्ताहिक बाजार को अनुमति दी जाएगी. जबकि सरकारी दफ्तर 100 फीसदी ग्रुप एक अफसर और 50 फीसदी अन्‍य कर्मचारियों के साथ खुल सकेंगे. वहीं, जरूरी सेवाएं पहले की तरह जारी रहेंगी. इसके अलावा शादियां 20 लोगों के साथ घर या कोर्ट में ही हो सकती हैं. वहीं, धार्मिक स्थल खोले जा रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति नहीं होगी.

इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बताया कि स्कूल-कॉलेज, शिक्षण संस्थान, सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक सभाएं, स्विमिंग पूल, स्टेडियम, स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स, सिनेमा, थियेटर, एंटरटेनमेंट पार्क, बैंक्वेट हॉल, ऑडिटोरियम, स्पा, जिम, पब्लिक पार्क और गार्डन पूरी तरह बंद रहेंगे.

वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 संबंधी हालात काफी हद तक काबू में हैं, संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां की जा रही हैं.

दिल्‍ली सरकार ने चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) की मांग को नहीं माना है. दरअसल सीटीआई ने 14 जून से सैलून और जिम को फिर से खोलने की मांग की थी. इस बाबत सीटीआई के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने कहा कि सीटीआई ने सैलून और जिम को खोलने की मांग को लेकर दिल्ली सरकार और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से करीब 15 लाख लोगों की जीविका जुड़ी हुई है.

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