उत्तराखंड में लग सकता है लॉकडाउन, सरकार कैबिनेट बैठक में ले सकती है फैसला

देहरादून: उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए तीरथ सरकार आज सोमवार को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में कोई बड़ा फैसला ले सकती है। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में सचिवालय में सोमवार शाम को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में उत्तराखंड में पूर्ण लॉकडाउन लगाने पर फैसला लिया जा सकता है।

सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए कुछ और कड़े फैसले लेने पर भी विचार कर सकती है। चिंता की बात है कि उत्तराखंड में पिछले एक हफ्ते से लगातार तीन हजार से अधिक कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं,जबकि हररोज करीब दो दर्जन संक्रमितों की जान जा रही है।

कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने कोविड कर्फ्यू और नाइट कर्फ्यू भी लागू किया था, लेकिन फिर भी कोरोना केसों में कमी नहीं आई। मैदानी जिलों के साथ ही पहाड़ में जिस तेजी के साथ कोरोना फैल रहा है, उससे सरकार भी चिंतित है। मैदानी क्षेत्रों के अस्पतालों में जहां मरीजों को आसानी से बेड नहीं मिल पा रहे हैं,

वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की पुख्ता व्यवस्था नहीं है और वहां भी इसी तरह मरीज बढ़ते रहे तो हालात विकट हो सकते हैं। माना जा रहा है कि कैबिनेट राज्य में एक जिले से दूसरे जिले में आवाजाही पर सभी के लिए आरटीपीसी नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर सकती है, अभी सिर्फ विभिन्न प्रदेशों से राज्य में आने वाले लोगों पर यह व्यवस्था लागू है।

बता दें कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को एक बार फिर राज्य में 4368 नए मरीज मिले। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों का आंकड़ा एक लाख 51 हजार को पार कर गया है। जबकि राज्य के अस्पतालों में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 35 हजार आठ सौ के पार पहुंच गया है। रविवार को देहरादून जिले में सर्वाधिक 1670 नए मरीज मिले जबकि हरिद्वार जिले में संक्रमितों की संख्या 1144 रही।

कोराना संक्रमण से रविवार को 44 लोगाें की जान चली गई। प्रदेश में कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या 2146 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, अल्मोड़ा में 42, बागेश्वर में 46, चमोली में 43, चंपावत में 100,नैनीताल में 438,पौड़ी में 390,पिथौरागढ़ में 72,रुद्रप्रयाग में 64,टिहरी 110, यूएसनगर में 200 और उत्तरकाशी जिले में 49 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। चिंता की बात है कि प्रदेश में रिकवरी दर घटकर 72 फीसदी पहुंच गई है।

राज्य में बढ़ते संक्रमण की वजह से कंटेनमेंट जोन की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। रविवार को कंटेनमेंट जोन की संख्या 163 हो गई। इसमें से 60 देहरादून, 10 हरिद्वार, 41 नैनीताल, चार पौड़ी, 16 उत्तरकाशी जबकि 15 कंटेनमेंट जोन यूएस नगर में बनाए गए हैं। रविवार को राज्य के सभी जिलों से मिलाकर कुल 33 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जबकि 38 हजार के करीब सैंपलों की रिपोर्ट आई। 30 हजार से अधिक सैंपलों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।

 

उत्तराखंड में कोरोना महामारी पर नियंत्रण को लेकर सरकार सख्त कदम उठा सकती है। दो कैबिनेट मंत्री तो पूरी तरह से लॉकडाउन के पक्ष में हैं। वहीं, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत सरकार को कड़ा फैसला लेने का सुझाव दे चुके हैं। रविवार को कैबिनेट मंत्री डा.हरक सिंह रावत ने कहा कि राज्य में कोरोना जिस तेजी के साथ फैल रहा है, इस पर अंकुश लगाने के लिए लाकडाउन जरूरी हो गया है। लॉकडाउन कर इस पर कुछ हद तक नियंत्रण किया जा सकता है। कहा कि वे सोमवार को होने जा रही कैबिनेट बैठक में इस मुद्दे को उठाएंगे।

उधर, कैबिनेट मंत्री व सरकारी प्रवक्ता सुबोध उनियाल का कहना है वे सरकार के पहले ही लॉकडाउन लगाने का सुझाव दे चुके हैं। उनका कहना है कि राज्य में अभी कोरोना संक्रमण चरम स्थिति पर पहुंच चुका है, इस पर जल्दी से काबू पाने के लिए लॉकडाउन ही एक सहारा बचता है।

लॉकडाउन से कोरोना की चेन को आसानी से तोड़ा जा सकता है। वहीं, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का कहना है कि वे लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं। कोरोना के मामले राज्य के कुछ ही क्षेत्रों में बढ़ रहे हैं। ऐसे में सभी लोगों को परेशानी में डालना उचित नहीं है। इससे बेहतर यह है कि जिन-जिन क्षेत्रों में मामले बढ़ रहे हैं, वहां सख्ती बरती जाए।

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