गैरसैंण। विधानसभा के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू हुई। प्रश्नकाल के दौरान सरकार ने विपक्ष के सभी सवालों का जवाब दिया। शून्यकाल में नियम 310 के तहत विधायकों की पूछी सूचनाओं पर पीठ ने जानकारी दी। इस दौरान पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सदन में बड़ा बयान दिया। उन्होंने बताया कि मंदिरों के सौंर्यीकरण के लिए विधायक निधि 25-25 लाख रुपये की धनराशि की बढ़ोतरी की गई है। मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद शासन से इस बाबत आदेश जारी हो चुका है।
विधायक संजीव आर्य के सवाल के जवाब में सरकार की ओर से समाज कल्याण मंत्री सतपाल महाराज ने ट्यूबवेल सिंचाई योजना पर जानकारी दी। विधायक सहदेव सिंह पुंडीर के प्रश्न पर सरकार की ओर से सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने नदी और खालों में भू-कटाव की सुरक्षा पर सिंचाई योजना की जानकारी दी। विधायक प्रीतम सिंह ने चमोली और बागेश्वर में संचालित वृद्धावस्था में आवंटित बजट की जानकारी मांगी, जिस पर समाज कल्याण मंत्री ने विस्तृत जानकारी दी।
कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने मंदिरों के सौंदर्यीकरण ओर सीएम के द्वारा की गई घोषणाओं के बाबत पर्यटन मंत्री से सवाल पूछा। इसके जवाब में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा सीएम ने इसे लेकर 32 घोषणाएं की हैं, जिसमें से 24 पूरी हो चुकी हैं, जबकि आठ बाकी हैं।
प्रीतम सिंह पंवार ने कोविड-19 महामारी में यातायात ठप रहने से हुए नुकसान और उनकी परेशानी को कम करने के लिए सरकार के प्रयास के बारे में पूछा। इसपर परिवहन मंत्री ने सरकार द्वारा किये गए उपायों और योजनाओं की जानकारी दी। विधायक देशराज कर्णवाल के अनुसूचित जाति उप योजना के समग्र उत्थान के पप्रश्न पर समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने अपना जवाब पेश किया।
विधायक प्रीतम सिंह ने चमोली और बागेश्वर में संचालित वृद्धावस्था में आवंटित बजट की जानकारी मांगी, जिस पर समाज कल्याण मंत्री ने विस्तृत जानकारी दी। प्रश्नकाल में विधायक काजी निजामुद्दीन के प्रश्न पर सरकार की ओर से वन और पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत ने अवशिष्ट प्रबंधन विषय अपना पक्ष रखा। वहीं, चमोली आपदा पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के सवाल के जवाब में हरक सिंह रावत ने अलार्मिंग सिस्टम की जानकारी दी।
इससे पहले सोमवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के अभिभाषण के साथ ही ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा के बजट सत्र का आगाज हुआ। अपने अभिभाषण में राज्यपाल ने कहा कि विकेंद्रीकृत विकास और सबका साथ-सबका विकास की अवधारणा को धरातल पर उतारते हुए उत्तराखंड को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाना सरकार का लक्ष्य है। सभी के सहयोग से इस संकल्प को पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने स्वास्थ्य, पेयजल, रोजगार, मनरेगा, कुपोषण, पलायन, खेती-किसानी, सहकारिता समेत विभिन्न क्षेत्रों में सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करने के साथ ही भविष्य की योजनाओं को रेखांकित किया।
पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण का विपक्ष कांग्रेस द्वारा बहिष्कार किए जाने को लेकर सत्तापक्ष भाजपा व कांग्रेस आमने-सामने आ गए। कैबिनेट मंत्री और शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिना राज्यपाल का अभिभाषण पढ़े सदन से वाकआउट किया।
वहीं, उप नेता प्रतिपक्ष करण माहरा ने कहा कि अभिभाषण में बेरोजगारों के लिए कुछ नहीं है। अभिभाषण केवल सरकार की उपलब्धियों का बखान करने वाला है। इसलिए कांग्रेस ने अभिभाषण के दौरान सदन से वाकआउट किया।