राजभवन में वसंतोत्सव

देहरादून :  राजभवन में वसंतोत्सव तीन, चार और पांच मार्च को होगा। पहली बार तीन दिवसीय हो रहे वसंतोत्सव में विभिन्न 16 श्रेणियों में 186 पुरस्कार दिए जाएंगे। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने प्रदेश की महिला स्वयं सहायता समूहों के सहयोग से फूड कोर्ट स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। इसमें मोटा अनाज को वरीयता दी जाएगी। पहली बार रूफ टाप गार्डनिंग, बोनसाई गार्डनिंग और शहद प्रसंस्करण से संबंधित प्रतियोगिताएं भी होंगी।

राज्यपाल गुरमीत सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को राजभवन में वसंतोत्सव को लेकर निर्णय किए गए। राज्यपाल ने इस आयोजन में अधिक व्यक्तियों की भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि आयोजन सरकारी न रहकर इसमें निजी भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

उन्होंने वसंतोत्सव में आइएचएम व जीएमवीएन के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों के सहयोग से फूड कोर्ट स्थापित करने को कहा। इस आयोजन में शहद उत्पादन, इत्र, सगंध पौधों, औषधीय जड़ी-बूटियों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। हार्टीकल्चर, फ्लोरीकल्चर, शहद उत्पादन, जड़ी-बूटी, जैविक खेती में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उद्यमियों और किसानों को सम्मानित किया जाएगा।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड फ्लोरीकल्चर के क्षेत्र में बड़े गंतव्य के रूप में उभरेगा। यह आयोजन किसानों और उत्पादकों के लिए एक प्लेटफार्म के रूप में स्थापित होना चाहिए। बैठक में बताया गया कि पुष्प प्रदर्शनी आम जनता के लिए तीन मार्च को दोपहर एक बजे से सायं छह बजे और चार व पांच मार्च को सुबह नौ बजे से सायं छह बजे तक खुली रहेगी।

आइटीबीपी, आइएमए, पीएसी, स्काउट एंड गाइड व पाइप बैंड आकर्षक प्रस्तुतियां देंगे। संस्कृति विभाग के सहयोग से लोक कलाकार राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक दिखाएंगे। व्यावसायिक, निजी पुष्प उत्पादकों सहित विभिन्न सरकारी उद्यानों की पुष्प प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता, पुष्प आधारित रंगोली प्रतियोगिताएं भी होंगी। फूलों और प्राकृतिक सौंदर्य पर आधारित फोटो प्रदर्शनी, पेंटिंग व विशेष डाक टिकट की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। आन द स्पाट फोटोग्राफी भी होगी।

बैठक में राज्यपाल के सचिव डा रंजीत कुमार सिन्हा, सचिव डा बीवीआरसी पुरुषोत्तम, विधि परामर्शी राज्यपाल अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव स्वाति एस भदौरिया, वित्त नियंत्रक डा तृप्ति श्रीवास्तव, उद्यान व खाद्य प्रसंस्करण निदेशक डा एचएस बावेजा सहित कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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