बीमार जोशीमठ का इलाज कब !

देहरादून: चमोली जिले के अंतर्गत जोशीमठ शहर की बीमारी के उपचार के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) गहन होमवर्क कर रहा है।

विज्ञानियों की प्रारंभिक रिपोर्ट में मिले संकेतों से समस्या के कारण लगभग साफ होने लगे हैं। इसी के दृष्टिगत जोशीमठ की समस्या के स्थायी समाधान की दिशा में एनडीएमए कदम बढ़ा रहा है।

विज्ञानियों के अभी तक के निष्कर्षों पर मंथन के लिए शनिवार को दिल्ली में बुलाई गई बैठक अपरिहार्य कारणों से टल गई। यह अब अगले सप्ताह होगी। इसमें जांच में जुटे आठ संस्थानों के विज्ञानियों से चर्चा कर जोशीमठ को लेकर रोडमैप तैयार किया जाएगा। फिर इसे राज्य सरकार को सौंपा जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर जो स्थिति बनेगी, एनडीएमए उसी के अनुरूप अपनी भूमिका निभाएगा।

जोशीमठ की समस्या के कारणों की तह तक पहुंचने के लिए आठ संस्थानों के विज्ञानी जुटे हैं। इनमें सीबीआरआइ, आइआइटी, एनजीआरआइ, आइआइआरएस, जीएसआइ, एनआइएच, केंद्रीय भूजल बोर्ड, वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान शामिल हैं।

जांच में जुटे इन संस्थानों की किसी भी प्रकार की रिपोर्ट एनडीएमए को भेजने के लिए सीबीआरआइ को नोडल बनाया गया है। हाल में सीबीआरआइ ने सभी संस्थानों की प्रारंभिक रिपोर्ट की ओर एनडीएमए का ध्यान आकृष्ट कराया था। एनडीएमए को इसका गहन अध्ययन कर समस्या के कारण और समाधान को लेकर सरकार को समग्र रिपोर्ट सौंपनी है।

इसे देखते हुए जोशीमठ को लेकर एनडीएमए लगातार होमवर्क में जुटा है। इसी कड़ी में शनिवार को जोशीमठ में जांच में जुटे संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ दिल्ली में बैठक प्रस्तावित थी। इसमें संस्थानों के विज्ञानियों को वर्चुअल माध्यम से जुडऩा था। सूत्रों ने बताया कि ऐन वक्त पर अपरिहार्य कारणों से यह बैठक स्थगित करनी पड़ी।

अब यह अगले सप्ताह मंगलवार या बुधवार को होगी। इसमें विशेषज्ञों के पैनल के साथ विज्ञानियों की प्रारंभिक रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर समाधान की दिशा में आगे बढ़ा जाएगा। यह भी संभव है कि अगले सप्ताह जोशीमठ को लेकर सीबीआरआइ एनडीएमए के समक्ष प्रस्तुतीकरण भी दे सकता है।

इस कसरत के बाद एनडीएमए राज्य सरकार को समस्या के कारण और समाधान के लिए उपायों को लेकर रिपोर्ट देगा। इसी के आधार पर जोशीमठ के पुनर्निर्माण, पुनर्वास समेत अन्य विषयों पर एनडीएमए अपनी भूमिका निभाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *